
कोरबा, 1 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । नवरात्रि के अवसर महिला सशक्तिकरण की कहानियां सामाजिक बदलाव की नई संभावना को दर्शाती है। बालको के सामुदायिक विकास के अंतर्गत स्थानीय महिलाओं ने अपने आत्मनिर्भरता की यात्रा को सशक्त किया है। छत्तीसगढ़ के बालकोनगर स्थित शांतिनगर की निवासी पूनम सिंह कहती हैं कि, मेरे पास एक सपना था, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि मेरी कला मुझे आत्मनिर्भर बना सकती है। आज मैं अपना व्यवसाय चला रही हूँ, परिवार के निर्णयों में सक्रिय रूप से शामिल होती हूँ, और दूसरों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हूँ।
इनकी कहानी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) की पहल ‘प्रोजेक्ट उन्नति’ से जुड़ी अनेक महिलाओं के बदलाव को दर्शाती है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पहल ‘उन्नति’ के माध्यम से अपनी पहचान और आत्मनिर्भरता पाई, जो कभी केवल बचत समूहों में बैठकर विचार साझा करने से शुरू हुआ था। वह आज आत्मविश्वास, साहस और आत्मनिर्भरता की प्रेरक कहानियों में बदल चुका है।
(Udaipur Kiran) /हरीश तिवारी
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(Udaipur Kiran) / हरीश तिवारी
