
जोधपुर, 01 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । राजस्थान में निशुल्क दवा योजना के तहत मिले खांसी के सिरप से बच्चों की तबीयत बिगडऩे और मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस गंभीर घटना पर राज्य की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जोधपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने कहा, कि इस मामले में जांच तेजी से की जा रही है। इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट के आधार पर हम कार्रवाई करेंगे। अगर कोई भी क्राइम नजर आता है या साबित होता है तो निश्चित रूप से हमारी सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। बता दे कि यह पूरा मामला डैक्सट्रोमेथॉर्फन हाइड्रोब्रोमाइड सिरप से जुड़ा है, जो सरकारी अस्पतालों में मरीजों को फ्री में दिया जाता था। इसी सिरप को पीने के बाद सीकर जिले के श्रीमाधोपुर में 5 साल के एक बच्चे की मौत हो गई। वहीं, जयपुर के दूदू की रहने वाली 2 साल की यश्वी सिरप पीने के बाद बेसुध हो गई। ठीक ऐसे ही भरतपुर के कलासड़ा गांव में भी इसी सिरप से एक बच्चे की हालत बिगड़ी।
सीकर जिले के श्रीमाधोपुर के हाथीदेह के दो अन्य बच्चों की हालत भी सिरप पीने के बाद बिगड़ी थी, जिन्हें जेके लोन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें ठीक होने पर छुट्टी दे दी गई थी।खास बात यह है कि परिजनों की शिकायत पर जब दवा को चेक करने वाले डॉक्टर और दो ड्राइवरों ने दवा को चखा या सूंघा, तो उनकी भी तबीयत बिगड़ गई। डॉक्टर को इलाज के लिए जयपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
(Udaipur Kiran) / सतीश
