

—अन्नपूर्णा मंदिर में महंत शंकरपुरी ने धार्मिक अनुष्ठान के बीच कन्या पूजन किया
वाराणसी,01 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में शारदीय नवरात्र की महानवमी पर बुधवार को कन्या पूजन कर नौ दिवसीय व्रत का समापन किया गया। हालांकि महाअष्टमी तिथि पर भी काफी लोगों के साथ जिला प्रशासन और अन्य संस्थाओं की ओर से कन्यापूजन किया गया। आदिशक्ति मां दुर्गा के आराधना के महापर्व के समापन पर श्रद्धालुओं ने अपने घरों में तो संतों ने अपने मठ—मंदिरों में कन्याओं को देवी स्वरूप और बालकों को बालभैरव के रूप में पूजन किया। उनको हलवा -चने और पूरी का भोग लगाकर उपहार भी दिया गया। नौ दिनों तक व्रत रहने वाले श्रद्धालु विजयदशमी के दिन गुरूवार को व्रत का पारण करेंगे। इसी क्रम में अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकरपुरी ने मंदिर में विधि विधान से धार्मिक अनुष्ठान के बीच कन्या पूजन किया गया।
गौरतलब है कि सनातन धर्म में नवरात्रि में कन्या पूजन का अत्यधिक महत्व है। माना जाता है कि कन्यापूजन आदि शक्ति (महिला)के प्रति श्रद्धा का निवेदित करता है। नवरात्रि के दौरान, भक्त आठ दिनों तक उपवास करते हैं और नवमी तिथि के दिन नौ कन्याओं को माता के विभिन्न स्वरूपों का प्रतीक मानकर पूजन करते हैं। यह अनुष्ठान मां दुर्गा के आराधना और सम्मान का प्रतीक माना जाता है और इसे भक्ति भाव से करने से श्री समृद्धि, खुशहाल जीवन और समाज की सुख-शांति में उनका आशीर्वाद मांगने के लिए किया जाता है।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
