
मीरजापुर, 30 सितंबर (Udaipur Kiran News) । जिगना क्षेत्र के नरोइयां गांव निवासी कालीन बुनकर हरिप्रसाद बिंद का इसरो में वैज्ञानिक पद पर चयन होने की खबर से पूरा क्षेत्र गौरवान्वित महसूस कर रहा है। भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग की द्रव नोदन प्रणाली, वलियमला (श्रृवेंगपुरम) में उन्हें वैज्ञानिक इंजीनियर (एससी–मैकेनिकल) के पद पर नियुक्ति मिली है।
हरिप्रसाद की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही पब्लिक स्कूल और इंटर कॉलेज से हुई। इंटरमीडिएट प्रयागराज के निजी इंटर कॉलेज से करने के बाद उन्होंने गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक तथा आईआईटी दिल्ली से एमटेक की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के दौरान उनका कैंपस सेलेक्शन बेंगलुरु स्थित एक जर्मन कंपनी में हुआ। वर्तमान में वे इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने गेट परीक्षा में आल इंडिया 114वीं रैंक प्राप्त की थी।
हरिप्रसाद के पिता कालीन बुनकर हैं, जो आज भी पड़ोसी गांव में कारपेट उद्योग में कार्य करते हैं। उनकी माता विजय पत्ती देवी गृहणी हैं। बेटे की इस उपलब्धि पर परिवार के साथ-साथ पूरा क्षेत्र हर्षित है।
ग्राम प्रधान अशोक बिंद, वीरेंद्र तिवारी, विनय कुमार सिंह, कुशल चंद बिंद, राम मंगल बिंद, रामसागर बिंद, गुलाब चंद्र और दीपक विश्वकर्मा सहित ग्रामीणों ने हरिप्रसाद की सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए इसे क्षेत्र के लिए प्रेरणा बताया।
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
