Uttar Pradesh

बीएचयू में स्वयम स्टूडियो का उद्घाटन,स्वयम पोर्टल पर 63 पाठ्यक्रम

बीएचयू में स्वयम स्टूडियो का उद्घाटन करते कुलपति

— स्वयम पाठ्यक्रमों के प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का व्यापक उपयोग पर कुलपति ने दिया जोर

वाराणसी,30 सितंबर (Udaipur Kiran News) । काशी हिन्दू विश्वविद्यालय(बीएचयू) के सेंट्रल डिस्कवरी सेंटर में मंगलवार को कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने स्वयम स्टूडियो का उद्घाटन किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव (टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन लर्निंग) गोविंद जायसवाल भी उपस्थित रहे। कुलपति ने स्टूडियो के उद्घाटन के बाद स्वयम पाठ्यक्रमों के प्रचार-प्रसार और उपयोग को बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया के व्यापक उपयोग पर ज़ोर दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि स्वयम से जुड़ी पहलों के क्रियान्वयन में आने वाली किसी भी बाधा को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही उन्होंने इस बात पर बल दिया कि बीएचयू स्वयम द्वारा विकसित पाठ्यक्रमों की गुणवत्ता को बनाए रखना आवश्यक है ताकि प्रतिभागियों के लिए ये पाठ्यक्रम उपयोगी और जानकारीपूर्ण हो।

संयुक्त सचिव (टीईएल) गोविंद जायसवाल ने कहा कि बीएचयू को आसपास के कॉलेजों को भी इन विविध पाठ्यक्रमों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि ऐसे पाठ्यक्रमों को विकसित किया जाना चाहिए जिनकी वर्तमान में स्वयम मंच पर उपस्थिति नहीं है। इस अवसर पर आईएनआई-स्वयम, बीएचयू के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. अशुतोष मोहन ने नए स्टूडियो की विशेषताओं को साझा करते हुए बताया कि इसमें एक इंटरैक्टिव कक्षा, स्टूडियो इकाई तथा पैनल चर्चा की सुविधाएँ उपलब्ध हैं, जो सहभागितापूर्ण शिक्षण को बढ़ावा देती हैं। बीएचयू वर्तमान में स्वयम पोर्टल पर 63 पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक चला रहा है। उन्होंने बताया कि स्वयम भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया एक कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य शिक्षा नीति के तीन मुख्य स्तंभों – पहुँच, समानता और गुणवत्ता – को प्राप्त करना है। इस प्रयास का उद्देश्य श्रेष्ठ शिक्षण-संसाधनों को उन सभी तक पहुँचाना है, विशेषकर उन वंचित वर्गों तक, जो अब तक डिजिटल क्रांति से अछूते रहे हैं और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में शामिल नहीं हो सके हैं। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के स्वयम कार्यकारी समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. पंकज सिंह (उप समन्वयक), प्रो. विधि नागर, डॉ. नेहा पांडेय, प्रो. एस.सी. दास, डॉ. राकेश पांडेय, डॉ. गुरविंदर सिंह, प्रो. ब्रज भूषण ओझा, प्रो. अचिन्त्य सिंघल, डॉ. जस्मिंदर कौर, डॉ. किशोर पटवर्धन, डॉ. पी.सी. अभिलाष और प्रशांत कुमार शामिल थे।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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