
जम्मू, 30 सितंबर (Udaipur Kiran News) । जम्मू, कश्मीर और लद्दाख निदेशालय के राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कुल 34 कैडेट्स ने 18 से 29 सितंबर 2025 तक आयोजित 166 सैन्य अस्पताल, जम्मू में सैन्य अस्पताल (एमएच) अटैचमेंट कैंप में भाग लिया। इस कैंप का आयोजन आपदा प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवा प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए किया गया था जिसमें ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद क्षेत्र में आपदा राहत अभियानों के दौरान आई चुनौतियों को ध्यान में रखा गया था।
इस कैंप का मुख्य उद्देश्य कैडेट्स को वास्तविक जीवन की परिस्थितियों में चिकित्सा सहायता और आपातकालीन प्रतिक्रिया का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था। प्रशिक्षण अवधि के दौरान, कैडेट्स को आपदा तैयारी, हताहतों को निकालने, प्राथमिक उपचार प्रबंधन, बुनियादी जीवन रक्षक (बीएलएस) और कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) जैसे आवश्यक कौशल सिखाए गए। प्रतिभागियों में टीम वर्क, समन्वय और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने पर भी विशेष जोर दिया गया।
166 एमएच के वरिष्ठ अधिकारियों और प्रशिक्षकों ने विभिन्न व्यावहारिक सत्रों, सिमुलेशन और प्रदर्शनों के माध्यम से कैडेटों का मार्गदर्शन किया। इस प्रशिक्षण ने न केवल उनके चिकित्सा ज्ञान को बढ़ाया, बल्कि उन्हें संकट के समय में प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता के रूप में कार्य करने के लिए भी तैयार किया। इस शिविर में भाग लेकर, कैडेटों ने आपदा राहत में चिकित्सा सेवाओं की भूमिका और राष्ट्र के प्रति अनुशासन एवं सेवा के महत्व की गहरी समझ हासिल की।
इस शिविर ने उन्हें स्वास्थ्य सेवा सहायता, नेतृत्व और मानवीय सेवा के अमूल्य पाठ प्रदान किए जिससे एनसीसी के आदर्श वाक्य – एकता और अनुशासन – के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और मजबूत हुई।
ऐसे शिविर सशस्त्र बलों और युवा कैडेटों के बीच एक महत्वपूर्ण सेतु का काम करते हैं, जो ज़िम्मेदारी, लचीलापन और ज़रूरत के समय समाज में योगदान देने की तत्परता को बढ़ावा देते हैं।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
