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विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला इस बार चार दिन का ही रहेगा

विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला इस बार चार दिन का ही रहेगा

अजमेर, 30 सितंबर(Udaipur Kiran News) । विश्व प्रसिद्ध पुष्कर का धार्मिक (कार्तिक) मेला इस बार ज्योतिष पंचांग के आधार से चार दिन का ही रहेगा। पुष्कर के पवित्र ब्रह्म सरोवर में श्रद्धालु इस बार 2 से 5 नवंबर तक चार दिनों में ही भीष्म पंचक स्नान कर पुण्य लाभ कमायेंगे। वैसे पुष्कर के अंतरराष्ट्रीय पशु मेले की शुरुआत 22 अक्टूबर से होगी जो 7 नवम्बर तक चलेगा। पुष्कर मेले का विधिवत ध्वजारोहण के साथ शुभारंभ 30 अक्टूबर को मेला मैदान में होगा।

ज्योतिषाचार्य पं. कैलाश नाथ दाधीच ने बताया कि 2 नवंबर से 5 नवंबर तक पुष्कर का धार्मिक मेला रहेगा। इस बार एक तिथि द्वादशी तिथि क्षय होने से 5 दिवसीय कार्तिक मेला 4 दिन में ही पूर्ण होगा। बताया कि देव प्रबोधिनी एकादशी तुलसी विवाह 2 नवंबर को होगी, 4 नवंबर को ब्रह्म चतुर्दशी बैकुंठ चतुर्दशी का विशेष योग बनेगा तथा 5 नवंबर बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा का व्रत एवं पुष्कर सरोवर में महास्नान होगा। ज्योतिष एवं पंचांग के आधार से पद्मन योग जो पुष्कर में कार्तिक मास में ही होता है इस बार 6 नवंबर गुरुवार मृगचला स्नान के दिन पद्मन योग बन रहा है जो रात्रि 2.52 से 5.28 तक पुष्कर तीर्थ में होगा। इस योग में स्नान, दान पुण्य, पूजन हवन करने से करोड़ों गुना फल प्राप्त होता है एवं इस योग में ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों का समागम पद्मन योग में बनता है। ऐसा वेद शास्त्र में वर्णित है। यह योग कार्तिक मास पुष्कर में ही बताया गया है। बताया कि इस बार एक तिथि कम होने से मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष प्रतिपदा को बन रहा है।

उधर, अंतरराष्ट्रीय पशु मेले को लेकर प्रशासनिक बैठकें शुरू हो गई हैं। पशुपालन विभाग और नगर परिषद पुष्कर ने व्यवस्थाओं से संबंधित टेंडर नोटिस जारी करने शुरू कर दिए हैं। पुष्कर तीर्थ की धार्मिक मर्यादा बनी रहे और पवित्रता से छेड़छाड़ ना हो इसे ध्यान में रखते हुए पर्याप्त पुलिस इंतजाम भी किए जाने को लेकर मंथन किया गया है।

एसएपी दीपक शर्मा ने बताया कि इस बार करीब 2 हजार से ज्यादा ​पुलिस कर्मचारियों को मेला क्षेत्र में लगाया जाना प्रस्तावित हैं लिहाजा अन्य जिलों से भी पुलिस स्टाफ को बुलाया जा रहा है। मेले के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखना और मेलार्थियों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो इसका ध्यान रखना दोनों ही बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि पशु मेले में आने वाले पशुपालकों व उनके पशुओं के ठहरने व चारा पानी के पुख्ता इंतजाम के लिए तहसीलदार इंद्रजीत सिंह चौहान, एसडीओ गुरु प्रसाद,सहित पशुपालन, डिस्कॉम,सार्वजनिक निर्माण विभाग, जलदाय विभाग, रसद विभाग सभी के अधिकारियों ने अपने अपने कार्यक्षेत्र को रेखांकित कर इंतजाम शुरू कर दिए हैं।

(Udaipur Kiran) / संतोष

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