
जेआरसी की शोध रिपोर्ट के अनुसार गरीबी व लडकियों की सुरक्षा बाल विवाह के
मुख्य कारण
हिसार, 30 सितंबर (Udaipur Kiran News) । जिले में कार्यरत गैर सरकारी संगठन एमडीडी ऑफ़ इंडिया
के राष्ट्रीय सहयोगी जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन द्वारा जारी एक महत्वपूर्ण शोधपत्र
में देश में बाल विवाह में भारी गिरावट आने का दावा किया गया हैl एमडीडी ऑफ़ इंडिया की जिला समन्वयक कामिनी मलिक ने मंगलवार काे बताया कि उनके सहयोगी जस्ट
राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी ) की हाल ही में जारी शोध रिपोर्ट, ‘टिपिंग प्वाइंट टू
जीरो : एविडेंस टूवार्ड्स ए चाइल्ड मैरेज फ्री इंडिया’ के अनुसार देश में
लड़कियों के बाल विवाह की दर में 69 प्रतिशत की गिरावट आई है जबकि लड़कों में में
72 प्रतिशत की कमी आई है। शोध रिपोर्ट के सर्वे में शामिल अधिकतर लोगों ने गरीबी और
लडकियों की सुरक्षा को बाल विवाह के पीछे प्रमुख कारण बताया।
रिपोर्ट के अनुसार बाल विवाह की रोकथाम के लिए गिरफ्तारियां व एफआईआर जैसे
कानूनी उपाय सबसे अधिक प्रभावी साबित हुए हैं। इस रिपोर्ट को जेआरसी के सहयोगी संगठन
इंडिया चाइल्ड प्रोटेक्शन की पहल पर सेंटर फॉर लीगल एक्शन एंड बिहैवियरल चेंज फॉर चिल्ड्रेन
(सी-लैब) ने तैयार किया है। बहुचरणीय स्तरीकृत सांयोगिक नमूना (मल्टीस्टेज स्ट्रैटिफाइड
रेंडम सेंपलिंग) पद्धति पर आधारित इस सर्वे में गांवों के आंकड़े जुटाने के लिए सबसे
पहले आशा वर्कर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, स्कूल शिक्षकों, सहायक नर्सों, दाइयों और
पंचायत सदस्यों जैसे अग्रिम पंक्ति के लोगों से ग्राम स्तर पर आंकड़े जुटाने के लिए
संपर्क किया गया।
उल्लेखनीय है की हिसार जिले में बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए काम कर रहे
एमडीडी ऑफ़ इंडिया ने जिला प्रशासन, पंचायतों और सामुदायिक सदस्यों के साथ बेहद करीबी
समन्वय से काम करते हुए पिछले एक वर्ष में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता के अनेक अभियान
चलाए है। इस रिपोर्ट के नतीजों से उत्साहित एमडीडी ऑफ़ इंडिया के कार्यकारी अधिकारी
सुरिंदर सिंह मान ने कहा कि बाल विवाह के खात्मे के लिए हिसार सहित हरियाणा के 14 जिलो
में हम अग्रिम मोर्चे पर हैं और सरकार, प्रशासन व समुदायों के साथ मिलकर काम कर रहे
हैं।
बाल विवाह के खात्मे के लिए भारतीय मॉडल में विश्वास जताते हुए जस्ट राइट्स
फॉर चिल्ड्रेन के राष्ट्रीय संयोजक रविकांत ने कहा कि सर्वे के निष्कर्ष हम लोगों को
प्रेरित करने वाले हैं। ये निष्कर्ष बताते हैं कि रोकथाम, सुरक्षा व अभियोजन का हमारा
मॉडल लोगों में कानून का भय पैदा करने में सफल हुआ है और हम पूरे देश में इसके फायदे
देख रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
