





लखनऊ, 29 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सोमवार को विकसित उत्तर प्रदेश संवाद कार्यक्रम के तहत प्रदेश के विभिन्न नगर निगमों, नगर पालिकाओं और निकायों के महापौरों एवं अध्यक्षों से वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान सीएम ने स्थानीय स्तर पर चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से विकास की राह पर है और इस प्रक्रिया में हर निकाय की भूमिका अहम है। उन्होंने महापौरों और अध्यक्षों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतर कार्यों की जानकारी सभी पार्षदों को देकर उन्हें सक्रिय बनाएं, जिससे योजनाओं को गति मिल सके।
महापौरों से संवाद करते हुए सीएम ने अयोध्या नगर निगम के महापौर को अच्छा कथावाचक बताते हुए कहा कि कथा जैसे आयोजनों में सभी पार्षदों को आमंत्रित कर उन्हें विकास कार्यों से जोड़ा जा सकता है। वहीं, फिरोजाबाद की महापौर ने विकसित भारत के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी, जिस पर सीएम ने सराहना की और कहा कि पार्षदों की सक्रियता से ही विकास की गति तेज होती है।
प्रयागराज महापौर से तकनीकी कारणों से वार्ता नहीं हो सकी। झांसी के महापौर ने अपने नगर के विकास कार्यों का ब्योरा दिया और बताया कि राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण में झांसी दूसरे स्थान पर आया है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड अब पिछड़ेपन से निकलकर विकास की ओर अग्रसर है। सीएम योगी ने झांसी में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और एयरपोर्ट की आवश्यकता पर चर्चा की और आय को 100 करोड़ तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा।
नगर पालिका अध्यक्षों से संवाद
गाजियाबाद जिले के मोदीनगर पालिका अध्यक्ष ने विज्ञापन कर संग्रहण में बढ़ोत्तरी की जानकारी दी। मीरजापुर नगर पालिका अध्यक्ष ने बताया कि पिछले वर्ष उनकी वार्षिक आय 5.79 करोड़ थी, जो इस वर्ष और बढ़ेगी। सीएम योगी ने सुझाव दिया कि नगर पालिका मल्टीलेवल पार्किंग बनाकर आय बढ़ा सकती है। अध्यक्ष ने यह भी बताया कि शहर में 11 किलोमीटर तक वाई-फाई की सुविधा दी जा रही है।
देवरिया नगर पालिका अध्यक्ष ने बताया कि नगर की आय 3 करोड़ से बढ़कर अब 10 करोड़ तक पहुंच गई है। सीएम ने उन्हें पार्किंग व्यवस्था को और बेहतर बनाकर आय बढ़ाने के निर्देश दिए। इसी तरह सुलतानपुर नगर पालिका अध्यक्ष ने जानकारी दी कि यहां की वार्षिक आय साढ़े सात करोड़ तक पहुंची है। सीएम ने कहा कि उपलब्ध भूमि का उपयोग कर सेफ सिटी की दिशा में काम करना चाहिए।
जालौन जिले के कालपी नगर पालिका अध्यक्ष अनुपस्थित रहे, जिस पर कालपी के ईओ ने सीएम से संवाद किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “उत्तर प्रदेश की नगर पालिकाएं और नगर निगम यदि आत्मनिर्भर होंगे, तो जनता को सुविधाएं देने में और अधिक सक्षम बन सकेंगे। केंद्र और राज्य सरकार लगातार नगर निकायों के लिए योजनाएं बना रही है। अब आवश्यकता है कि नगर निकाय खुद की आय बढ़ाएं और विकास को गति दें।
उन्होंने कहा कि “आज नगरों में तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है। इसके साथ ही स्वच्छता, यातायात, मल्टीलेवल पार्किंग, पेयजल, जलनिकासी, हरियाली, स्ट्रीट लाइट और सुरक्षित वातावरण जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग भी बढ़ रही है। नगर निकायों को चाहिए कि वे दीर्घकालिक योजना बनाकर आने वाले दस वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए काम करें। हर निकाय को अपने क्षेत्र की प्राथमिकताओं को तय करना होगा और उनके आधार पर कार्य करना होगा।”
सीएम योगी ने पार्षदों और अध्यक्षों से कहा कि वे जनता के बीच जाकर योजनाओं की जानकारी दें और उनसे फीडबैक लेकर सुधार करें। उन्होंने कहा, “जनभागीदारी के बिना विकास अधूरा है। पार्षद यदि जनता को साथ लेकर योजनाओं पर काम करेंगे, तो परिणाम कई गुना बेहतर होंगे। नगर निकायों की कार्यप्रणाली पारदर्शी और तकनीकी आधारित होनी चाहिए। स्मार्ट तकनीक का उपयोग कर न सिर्फ आमजन को सुविधा दी जा सकती है, बल्कि राजस्व भी बढ़ाया जा सकता है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि स्वच्छ भारत मिशन और सेफ सिटी प्रोजेक्ट के लक्ष्य को हर नगर निकाय को अपनी प्राथमिकता में रखना चाहिए। “जब नगर स्वच्छ, सुरक्षित और आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा, तो निवेशक भी आएंगे और स्थानीय स्तर पर रोजगार का सृजन होगा। आज उत्तर प्रदेश का हर क्षेत्र तेजी से बदल रहा है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी नगर को पिछड़ापन न झेलना पड़े। हर नगर का विकास, उत्तर प्रदेश के समग्र विकास का हिस्सा है।”
सीएम योगी ने सभी निकायों से अपील की कि वे पार्षदों को विकास कार्यों की पूरी जानकारी दें और उन्हें निर्णय प्रक्रिया में शामिल करें। उन्होंने कहा कि “नगर निकायों की सफलता केवल योजनाओं के क्रियान्वयन में नहीं, बल्कि जनता के विश्वास अर्जित करने में है। यही विश्वास उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने में हमारी सबसे बड़ी ताकत बनेगा।”
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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय
