

लोगों को खुशी से जीने की राह दिखाएं चिकित्सक : इंद्रेश कुमारअग्रोहा मेडिकल में चिकित्सा पेशेवरों के लिए विशेष व्याख्यान का आयोजन हिसार, 29 सितंबर (Udaipur Kiran News) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल के सदस्य और वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा है कि कहा है कि चरित्र ही मानव जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का चरित्र ही उसे महान बनाता है, न कि केवल उसकी व्यावसायिक सफलता।डॉ. इन्द्रेश कुमार साेमवार काे जिले के महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा के ओपी जिंदल सभागार में सत्र 2025 के नए विद्यार्थियों के लिए आयोजित विशेष व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के भावी चिकित्सकों, प्राध्यापकों और स्टाफ सदस्यों को संबोधित किया और उन्हें नैतिक मूल्यों और उच्च चरित्र के साथ जीवन जीने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इसके बाद महाविद्यालय निदेशक डॉ. अलका ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। डॉ. इन्द्रेश कुमार ने चरित्र के महत्व को मानव जीवन की सबसे बड़ी पूंजी बताया और इस बात को समझाते हुए उन्होंने रावण और श्री राम का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि रावण भले ही अपने समय का महान ज्ञानी और पेशेवर था, लेकिन वह चरित्रवान नहीं था, इसलिए आज भी उसका पुतला जलाया जाता है। इसके विपरीत श्री राम ने जीवन भर मर्यादा और चरित्र का पालन किया, इसीलिए उन्हें आज भगवान के रूप में पूजा जाता है। उन्होंने मेडिकल विद्यार्थियों से विशेष आग्रह किया कि वे केवल चिकित्सा विज्ञान तक ही सीमित न रहें, बल्कि जीवन के जटिल प्रश्नों को भी समझें। चिकित्सक होने के नाते उनका दायित्व केवल रोग का उपचार करना नहीं, बल्कि लोगों को खुशी से जीवन जीने और सही राह दिखाने में भी मदद करना है। उन्होंने अपने कॉलेज के संस्मरण भी साझा किए, जिससे श्रोताओं को काफी प्रेरणा मिली और वातावरण खुशनुमा हो गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही हिसार की विधायक एवं महाराजा अग्रेसन मेडिकल कॉलेज की अध्यक्षा सावित्री जिंदल ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया। विधायक जिंदल ने महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज के गौरवशाली इतिहास और इसकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला तथा बताया कि यह संस्थान न केवल शिक्षा में, बल्कि सामाजिक मूल्यों के प्रचार में भी अग्रणी रहा है।सावित्री जिंदल और पूर्व सांसद जनरल डॉ. डीपी वत्स ने डॉ. इंद्रेश कुमार को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया। प्रशासनिक निदेशक डॉ. आशुतोष शर्मा ने सभी गणमान्य अतिथियों, प्राध्यापकों, चिकित्सकों और विद्यार्थियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस दौरान पूर्व सांसद जनरल डॉ. डीपी वत्स, जगदीश मित्तल व चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. दीप्ति धर्मानी ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में पूर्व सांसद जनरल डॉ. डीपी वत्स, जगदीश मित्तल, चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. दीप्ति धर्मानी, डॉ. भूपेन्द्र धर्मानी, निदेशक डॉ. अलका छाबड़ा और प्रशासनिक निदेशक डॉ. आशुतोष शर्मा शामिल थे। महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, चिकित्सक, विद्यार्थी और स्टाफ सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे, जिन्होंने इस वैचारिक सत्र का लाभ उठाया।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
