
मंडी, 29 सितंबर (Udaipur Kiran News) । जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें महिला एवं बाल विकास गोहर खंड के 130 से अधिक कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। प्रशिक्षण शिविर में ज़िला बाल संरक्षण अधिकारी एन. आर. ठाकुर बाल विकास परियोजना अधिकारी बिहारी लाल चौहान, संरक्षण अधिकारी शैलजा अवस्थी तथा विधिक एवं प्रोबेशन अधिकारी रमा कुमारी बतौर विषय विशेषज्ञ उपस्थित रहे।
इस अवसर पर एन.आर. ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में मिशन वात्सल्य, मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना तथा इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना से अनाथ और असहाय बच्चों की तक़दीर और तस्वीर संवर रही हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से बच्चों को शिक्षा,सुरक्षा और बेहतर भविष्य की गारंटी मिल रही है लेकिन विभाग के कर्मचारियों को सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी पात्र बच्चा पीछे न छूटे। ठाकुर ने प्रतिभागियों को मिशन वात्सल्य के विभिन्न घटकों, मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना और इंदिरा गांधी सुखशिक्षा योजना के हर पहलू की बारिकी से जानकारी दी।
बाल विकास परियोजना अधिकारी बिहारी लाल चौहान ने प्रतिभागियों के समक्ष बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ, देई, पोषण और गोहर खण्ड में चल रही सभी विभागीय योजनाओं की जानकारी रखी तथा उनसे लोगों और बच्चों को इन योजनाओं से जोड़ने का आग्रह किया। शैलजा अवस्थी ने बाल विवाह के दुष्परिणामों, स्पॉन्सरशिप योजना, आफ्टर केयर योजना और दतक ग्रहण बारे जानकारी दी तथा विधिक एवं प्रोबेशन ऑफिसर रमा कुमारी ने बाल यौन उत्पीड़न, पॉक्सो अधिनियम तथा यौन कर्मियों व उपेक्षित वर्ग के बच्चों के आधिकारों की सुरक्षा बारे भी समझाया।
प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभागियों की शंका का भी समाधान किया गया तथा बच्चों से जुड़ी इन सभी कल्याणकारी योजनाओं पर तैयार प्रचार प्रसार सामग्री को भी वितरित किया गया ताकि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इन्हें प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुंचाए।
—————
(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
