
मंडी, 29 सितंबर (Udaipur Kiran News) । श्री रामलीला कमेटी कोटली की ओर से शारदीय नवरात्रों के पावन अवसर पर आयोजित किया जा रहे पांच दिवसीय रामलीला उत्सव का शुभारंभ रविवार 28 सितंबर को बड़े ही हर्षोल्लास एवं उत्साह के साथ किया गया। सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी की पूर्व प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर अनुपमा सिंह ने विधिवत रिबन काटकर तथा दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उद्घाटन समारोह के दौरान अपने संबोधन में प्रोफेसर अनुपमा सिंह ने रामलीला कमेटी को उत्सव के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते हुए अपनी ओर से 21000 रूपए की सहयोग राशि भेंट स्वरूप प्रदान की। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए अनुपमा सिंह ने आज के दौर में रामलीला जैसे आयोजन की प्राथमिकता और प्रासंगिकता पर बल दिया।
रामलीला कमेटी के प्रधान प्रशांत मोहन, महासचिव अश्विनी कुमार, कोषाध्यक्ष कमल किशोर, कलाकार बलीभद्र,महिला मंडल कोटली की प्रधान अंजलि जौहरी में मुख्य अतिथि को शॉल टोपी एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर के सम्मानित किया। इस मौके पर स्थानीय पंचायत के उप प्रधान ठाकुर मोहन सिंह, ग्राम पंचायत कसान की प्रधान भिंतरा देवी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटली के स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष गुलाब सिंह ठाकुर, सेवानिवृत अध्यापक परमदेव शास्त्री इत्यादि गणमान्य उपस्थित रहे।
रामलीला के दृश्यों की शुरुआत गजानन की आरती के साथ की गई। उसके बाद राम -सीता जन्म के मनोरम दृश्य दिखाए गए। ऋषि विश्वामित्र के आवाहन पर राम और लक्ष्मण ने तड़का जैसी राक्षसी का वध करके उन्हें राक्षसों के आतंक से निजात दिलाई। सीता स्वयंवर का मनोरम दृश्य दिखाया गया जिसमें प्रभु राम शिव धनुष को तोड़कर सीता से विवाह कर लेते हैं। उधर अयोध्या में राम को राजा बनाए जाने की तैयारियों के बीच मंथरा दासी रानी कैकई को भरत का राज्याभिषेक कराकर राम को बनवास भेजने के लिए उकसाती है। दासी की बातों में आकर रानी कैकेई महाराज दशरथ से मिले दो वरों में एक में भरत का राज्याभिषेक तथा दूसरे में राम के लिए 14 वर्ष का वनवास मांग लेती है
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
