

मीरजापुर, 28 सितंबर (Udaipur Kiran News) । शारदीय नवरात्र के सातवें दिन रविवार को मां विंध्यवासिनी के दरबार में आस्था का ऐसा जनसैलाब उमड़ा कि विंध्यधाम के पांचों मार्ग श्रद्धालुओं से खचाखच भर गए। सप्तमी तिथि पर मां कात्यायनी के दर्शन के लिए दूरदराज़ जिलों और अन्य प्रदेशों से आए श्रद्धालु मंदिर परिसर तक पहुंचने के लिए घंटों कतार में खड़े रहे।
शनिवार देर रात से ही वाहनों का भारी जमावड़ा होने लगा था। प्रशासन ने पहले ही अनुमान लगा लिया था कि रविवार को अब तक की सबसे अधिक भीड़ जुटेगी। सुबह मंगला आरती के बाद स्थिति और गंभीर हो गई। पक्का घाट से लगी कतार गंगा पथ होते हुए मंदिर के द्वितीय प्रवेश द्वार तक पहुंच गई। गणेश पथ (जयपुरिया गली) से लगी कतार गेट नंबर एक से होते हुए रामजानकी मंदिर तक चली गई। वहीं सप्तऋषि मार्ग (नई वीआईपी) की कतार मिर्जापुर-विंध्याचल मुख्य मार्ग पर बावली तिराहा से लेकर स्टेट बैंक चौराहे तक पहुंच गई।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट सहित तमाम अधिकारी स्वयं कॉरिडोर में खड़े होकर भक्तों को तेजी से दर्शन कराने में जुटे रहे। मंगला आरती से लेकर दोपहर की राजश्री आरती तक यही हाल रहा। राजश्री आरती के पश्चात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा भी मौके पर पहुंचे और सभी मार्गों पर खड़े श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन दिलाने के लिए अधीनस्थों को निर्देशित किया।
वीआईपी व्यवस्था पर नया नियम
नवरात्र की शुरुआत से ही वीआईपी दर्शन को लेकर उठ रहे सवालों के बाद रविवार से नई व्यवस्था लागू की गई। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार के निर्देश पर नगर मजिस्ट्रेट विनीत कुमार उपाध्याय ने विशेष पास प्रणाली शुरू की। अब केवल नगर मजिस्ट्रेट द्वारा जारी पास वाले ही विशिष्ट दर्शन कर सकेंगे। यह पास पुलिस दर्शन सेल, राजस्व विभाग और न्यायिक विभाग से अलग-अलग प्राप्त होगा। एक पास पर अधिकतम 10 लोगों को ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी और उस पर व्यक्ति का नाम व पद अंकित होगा। नई व्यवस्था लागू होते ही उन लोगों में खलबली मच गई जो अब तक पुलिस या अन्य माध्यमों से वीआईपी दर्शन का लाभ उठा रहे थे। पास जांच स्थल पर रविवार को काफी गहमागहमी भी देखी गई।
भीड़ को लेकर पुलिस सतर्क
एसएसपी सोमेन वर्मा ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि षष्ठी और सप्तमी तिथि से ही भीड़ का दबाव बढ़ना शुरू हो गया है। नवमी तक यह संख्या और बढ़ेगी। इसे देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। हमारा उद्देश्य है कि श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन-पूजन हो सके और बिना किसी दबाव के वे सुरक्षित वापस लौटें।
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
