Delhi

नौ साल पहले हुई पिटाई का बदला लेने के लिए की गई थी प्रॉपर्टी डीलर की हत्या, पिता-पुत्र गिरफ्तार

नई दिल्ली, 28 सितंबर (Udaipur Kiran News) । नौ साल पहले हुए एक झगड़े का बदला लेने के लिए एक शख्स ने अपने नाबालिग बेटे के साथ मालवीय नगर स्थित पार्क में कांग्रेस नेता और प्रॉपर्टी डीलर लखपत कटारिया की हत्या को अंजाम दिया था। एएटीएस, स्पेशल स्टाफ और मालवीय नगर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने 55 किलोमीटर में लगे 650 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से मुख्य आरोपित खुशी राम और उसके नाबालिग बेटे को पकड़ लिया है। पूछताछ में खुशी राम ने जुर्म कबूल कर लिया है।

पुलिस ने आरोपिताें के पास से हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद कर ली है।

पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि 26 सितम्बर की सुबह विजय मंडल पार्क, बेगमपुर, मालवीय नगर इलाके में बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों ने पार्क में सैर करने के लिए पहुंचे प्रॉपर्टी डीलर 56 वर्षीय लखपत कटारिया पर बैट से हमला कर दिया। आरोपिताें ने जमकर पिटाई के बाद लखपत सिंह पर फायरिंग कर दी और चार गोली मार कर मौके से फरार हो गए।

घायल को एम्स में भर्ती किया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मालवीय नगर थाना पुलिस ने हत्या की धारा में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।

650 कैमरों की फुटेज ने खोला राज

एएटीएस इंचार्ज इंस्पेक्टर उमेश यादव, मालवीय नगर थाने से इंस्पेक्टर विनय यादव और इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र और स्पेशल स्टाफ इंचार्ज इंस्पेक्टर अनुराग तोमर की संयुक्त टीम ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच से पता चला कि आरोपित काले रंग की बाइक से आए थे और उन्होंने पीड़ित का इंतजार किया था।

जांच में सामने आया कि आरोपित वारदात के बाद दिल्ली देहात की साइट भागे हैं। टीम को फुटेज से संदिग्धों की धुंधले फोटो भी मिले। जबकि दूसरी टीम को पता चला कि लखपत कटारिया की अपने इलाके में कई लोगों से मुकदमे और विवाद चल रहे थे। पुलिस टीम ने ऐसे सभी लोगों की सूची तैयार की जिसका लखपत राम से विवाद था। जिसमें आरोपित खुशी राम का नाम भी सामने आया। पुलिस ने फोटो, सीसीटीवी और तकनीकी मदद से नाबालिग को दबोच लिया। नाबालिग से पूछताछ के बाद औचंदी गांव में रहने वाले खुशी राम को गिरफ्तार किया गया।

पिटाई के बाद पुलिस केस करवाने से नाराज था खुशीराम

पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने बताया कि जनवरी 2016 में लखपत कटारिया ने अपने साथियों के साथ मिलकर खुशी राम को जमकर पीटा था। लखपत कटारिया की पिटाई से चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गया और नौ माह तक बिस्तर पर पड़ा रहा था। पुलिस ने लखपत और उसके भाई धर्मेंद्र के खिलाफ मालवीय नगर थाने में मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने धर्मेंद्र के बयान पर खुशी राम, उसके भाई मान सिंह और उसके बेटे प्रवीण के खिलाफ एक क्रॉस-केस भी दर्ज किया गया था। तब से ही दोनों पक्षों के बीच दुश्मनी चल रही थी। जिसका बदला लेने के लिए आरोपित ने लखपत कटारिया की हत्या की साजिश रची थी।

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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी

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