
रांची, 27 सितंबर (Udaipur Kiran News) । दिल्ली के भारत मंडपम में चल रहा वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 फूड और फूड प्रोसेसिंग के लिए देश का सबसे बड़ा एक्सपो है। इस एक्सपो में उद्योग विभाग, झारखंड सरकार की ओर से लगाए गए मंडप में झारखंड के खाद्य पदार्थ और उत्पादों की प्रदर्शनी सह बिक्री की जा रही है।
झारखंड राज्य अपनी प्राकृतिक समृद्धि और आदिवासी सभ्यता के लिए जाना जाता है, ऐसे में यहां बहुतायत उत्पाद प्राकृतिक ही होते हैं। आदिवासी समुदाय बहुत सरल और परिश्रमी होते हैं । वर्तमान में बहुत सी संस्थाएं उनको जोड़ कर खुद के व्यापार के साथ उनका भी विकास कर रही हैं।
पवेलियन में रागी के लड्डू और अन्य खाने के उत्पाद की खूब बिक्री हो रही है। कई संस्थाएं रागी को करीब 26000 किसानों से लेकर रागी को प्रोसेसिंग करके झारखंड के विभिन्न हिस्सों में पहुंचा रही हैंं। साथ ही देश के कोने कोने में ऑनलाइन के माध्यम से भी पहुंचा रही हैं। ऐसे ही मशरूम से बने अचार, जेली, चॉकलेट भी लोगो को लुभा रहे हैं। प्राकृतिक होने के कारण से कटहल, फुटहल, ओल,महुआ, बांस के करेल, इमली, संघान के अचार आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। मौजूदा जीवनशैली ने लोगों का ऑर्गेनिक उत्पादों पर जोर देने के कारण महुआ, रागी, जामुन का पावडर और सिरका की बिक्री भी बड़ी मात्रा हो रही है। झारखंड पवेलियन में लगे प्राकृतिक उत्पाद लोगों को लुभा रहे हैं।
वर्ल्ड फूड इंडिया में बनाए गए झारखंड पवेलियन में शनिवार को खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्रालय भारत सरकार के सचिव अविनाश पुरुषोत्तम दास जोशी और संयुक्त सचिव देवेश देवल ने अवलोकन किया और प्रदर्शित किए गए उत्पादों की सराहना की।
इस अवसर पर जियाडा के प्रबन्ध निदेशक एवं उद्योग विभाग झारखंड सरकार के निदेशक ने उन्हें पवेलियन के सभी उत्पाद से अवगत कराया।
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
