Uttar Pradesh

ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं एवं बालिकाओं को डिजिटल साक्षरता की ओर प्रेरित करेंगी बालिका पंचायत

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— पंचायत में शामिल हुए वित्त एवं संसदीय कार्य मन्त्री सुरेश खन्ना

वाराणसी,27 सितंबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शनिवार शाम मिशन शक्ति 5.0 के अन्तर्गत सर्किट हाउस स्थित सभागार में बालिका पंचायत का शुभारंभ प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य और जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने किया। बालिका पंचायत में

कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय, हरिश्चन्द्र इण्टरमीडिएट कालेज, राजकीय बालिका इण्टर कालेज एवं विभिन्न विद्यालयों की बालिकाओं ने पूरे उत्साह से भागीदारी की।

पंचायत में जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने बालिका पंचायत मिशन 5.0 चरण के अन्तर्गत नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वावलम्बन, मुख्यमन्त्री हेल्पलाईन 1076, वीमेन पॉवर लाईन 1090, वीमेन हेल्पलाईन 181, पुलिस आपातकालीन सेवा 112, गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं के लिए एम्बुलेंस हेल्पलाईन 102, एम्बुलेंस 108, चाइल्ड लाईन 1098, अग्निशमन सेवा 101, साइबर हेल्पलाइन 1930 की विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हिमांशु नागपाल ने बताया कि महिला सशक्तिकरण और बालिकाओं की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए वाराणसी जिले में मिशन शक्ति के अंतर्गत “बालिका पंचायत” की स्थापना की गई है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में 3 बालिकाओं का चयन किया गया है। जिले की कुल 694 ग्राम पंचायतों में यह पहल लागू की गई है। इस प्रकार जिले भर की हजारों किशोरियाँ “बालिका पंचायत” की सदस्य बनकर समाज में जागरूकता फैलाएंगी।

बालिका पंचायत की सदस्याएं अपने गांव में महिलाओं के विरुद्ध अपराध, पॉक्सो एक्ट, महिला सुरक्षा कानूनों की जानकारी देगी।

महिला हेल्पलाइन (1090, 181, 112, 108, 1098) की जानकारी आमजन तक पहुंचाएगी। उन्होंने बताया कि महिला एवं बालिकाओं से जुड़ी योजनाएं जननी सुरक्षा योजना, मातृ वंदना योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, कन्या शुभमंगला आदि का प्रचार-प्रसार करेंगी। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं एवं बालिकाओं को डिजिटल साक्षरता की ओर प्रेरित करेंगी। घर-घर जाकर जनजागरूकता, मिशन शक्ति ग्राम सभा, नुक्कड़ नाटक और संवाद कार्यक्रम के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाएंगी।

—प्रोत्साहन और पहचान

सभी चयनित बालिकाओं को टी-शर्ट, प्रमाणपत्र और पहचान पत्र प्रदान किए जाएंगे, जिससे उनकी एक अलग पहचान बनेगी और समाज में नेतृत्व की भावना विकसित होगी।

इस पहल से 18–25 आयु वर्ग की हजारों बालिकाएं सशक्त होंगी। गांव की महिलाओं और किशोरियों में कानूनी अधिकार, योजनाओं का लाभ और सुरक्षा उपायों की सीधी जानकारी पहुंचेगी। बालिकाएं भविष्य में नेतृत्व और निर्णय प्रक्रिया में भागीदारी के लिए तैयार होंगी। पंचायत में जिला पंचायत अध्यक्ष, सदस्य विधान परिषद,पुलिस कमिश्नर, जिलाधिकारी , पुलिस महानिरीक्षक , जिला प्रोबेशन अधिकारी आदि की भी उपस्थिति रही।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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