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विमल नेगी मौत मामले में सीबीआई ने चीफ इंजीनियर देशराज से तीन घंटे की पूछताछ

विमल नेगी

शिमला, 27 सितंबर (Udaipur Kiran News) । हिमाचल प्रदेश पावर कारपोरेशन के चीफ इंजीनियर दिवंगत विमल नेगी मौत मामले में सीबीआई ने शनिवार को बिजली बोर्ड के चीफ इंजीनियर देशराज से करीब तीन घंटे लंबी पूछताछ की। सीबीआई के बुलावे पर देशराज सुबह लगभग 10.45 बजे शिमला स्थित कैंप ऑफिस पहुंचे। जानकारी अनुसार उनसे आत्महत्या प्रकरण, कार्यालय के कामकाज के माहौल, परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों और पेखुवाला प्रोजेक्ट से जुड़े कई सवाल पूछे गए। सीबीआई ने इस पूछताछ की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को देशराज से पूछताछ की वीडियोग्राफी करने के आदेश दिए थे और आगामी सुनवाई में वीडियो रिकॉर्डिंग अदालत में प्रस्तुत करनी होगी।

देशराज पूर्व में एचपीपीसीएल में निदेशक रह चुके हैं। उनके अलावा पावर कारपोरेशन के पूर्व एमडी हरिकेश मीणा और डायरेक्टर पर्सनल शिवम प्रताप पर भी विमल नेगी के परिजनों ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप लगाए हैं। विमल नेगी की संदिग्ध मौत का मामला खूब सुर्खियों में रहा है।

गौरतलब है कि 10 मार्च 2025 को विमल नेगी रहस्यमयी परिस्थितियों में शिमला से लापता हो गए थे। 18 मार्च को उनका शव बिलासपुर के गोबिंद सागर झील से बरामद हुआ। 19 मार्च को एम्स बिलासपुर में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शिमला स्थित पावर कारपोरेशन कार्यालय के बाहर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया। इसी दिन परिजनों की शिकायत पर छोटा शिमला थाना में देशराज, हरिकेश मीणा और शिवम प्रताप के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। परिजनों का आरोप है कि इन अधिकारियों की प्रताड़ना से तंग आकर विमल नेगी ने आत्महत्या की।

शुरुआती जांच शिमला पुलिस ने की थी, लेकिन परिजनों की असंतुष्टि और मांग पर हिमाचल हाईकोर्ट ने केस सीबीआई को सौंप दिया। पुलिस की जांच रिपोर्ट और अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा तथा पूर्व डीजीपी अतुल वर्मा की हाईकोर्ट में दी गई रिपोर्टों ने भी सवाल खड़े किए थे। सीबीआई पहले ही पावर कारपोरेशन के कई कर्मचारियों के बयान दर्ज कर चुकी है।

इस बीच, पावर कारपोरेशन के पूर्व एमडी और आईएएस अधिकारी हरिकेश मीणा ने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत ले रखी है, जिसकी अगली सुनवाई 6 अक्तूबर को होगी। इसी मामले में सीबीआई मृतक विमल नेगी की जेब से पेन ड्राइव निकालने के आरोपी एएसआई पंकज को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। हाईकोर्ट ने पंकज को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। यह इस मामले में पहली गिरफ्तारी है, लेकिन माना जा रहा है कि आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं और पूर्व में गठित एसआईटी की टीम सीबीआई की जांच के दायरे में है।

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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

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