
रांची, 27 सितंबर (Udaipur Kiran News) । पशु चिकित्सा और पशुपालन महाविद्यालय (वेटनरी कॉलेज) में विश्व रेबीज दिवस के अवसर पर शनिवार को 66 पालतू पशुओं की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच की गयी और रेबीज से बचाव के लिए 62 पशुओं का टीकाकरण किया गयाI
जांच के लिए राजधानी के विभिन्न भागों से पशु प्रेमी अपने पालतू कुत्ते, बिल्ली, खरगोश और बकरी को लेकर आये थेI
कार्यक्रम को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एससी दुबे और पशुचिकित्सा संकाय के डीन डॉ एमके गुप्त ने कहा कि रेबीज घातक साबित हो सकता है इसलिए इससे बचाव के लिए सावधानी और जागरूकता जरूरी हैI
आयोजन के समन्वयक और वेटनरी क्लिनिकल कॉम्प्लेक्स विभाग के अध्यक्ष डॉ अभिषेक कुमार ने बताया कि इस अवसर पर रेबीज के दुष्परिणाम और इससे बचाव के उपायों के बारे में जागरूकता बढाने के लिए पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
साथ ही महाविद्यालय के शिक्षकों ने आनेवाले पशु प्रमियों को रेबीज से बचाव सम्बन्धी तकनीकी जानकारी दी I
कार्यक्रम को फार्मा कंपनियों मैनकाइंड, ड्रूल्स, वेको, एमएसडी और इंडियन हर्ब्स का भी महत्वपूर्ण सहयोग रहाI
कई प्रतियोगिताओं का आयोजन
जागरूकता कार्यक्रम और विभिन्न प्रतियोगताओं में सैकडों छात्र-छात्राओं की भागीदारी रहीI स्पर्धा के विजेताओं में
वक्तृत्व कला प्रतियोगिता: एंजेल केरकेट्टा प्रथम, राहुल प्रसाद द्वितीय और शैरोन निस्तार बारला तृतीय, पोस्टर प्रतियोगिता में शैरोन निस्तार बारला प्रथम, एंजेल केरकेट्टा द्वितीय और अस्मिता सिंह तृतीय, ऑडियो-विजुअल प्रतियोगिता में सौरभ जायसवाल प्रथम, अदिति और निखिल द्वितीय, एंजेल केरकेट्टा तृतीय, प्लेकार्ड प्रतियोगिता: अदिति प्रथम, निखिल द्वितीय और विशाल कुमार सिंह तृतीय स्थान पर रहे।
वहीं नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता में द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों के समूह ने प्रथम और प्रथम वर्ष की टीम ने दूसरा स्थान प्राप्त कियाI
पालतू या सड़क के पशुओं के काटने पर व्यक्ति के व्यवहार में आक्रामकता या चिड़चिड़ापन, चक्कर आना, उल्टी आना, थकान, बुखार या भूख न लगना हाइड्रोफोबिया, मांसपेशियों में ऐंठन, गर्दन की अकड़न, चिंता, दौरे पड़ना, निगलने में परेशानी होना रेबीज के प्रमुख लक्षण हैंI
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
