
धमतरी , 27 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मकान निर्माण के दौरान रेन वाटर हार्वेस्टिंग नहीं बनाने वाले शहर के 33 मकान मालिकों की जमा राशि अब राजसात होगी। नगरीय निकायों में मकान निर्माण के दौरान इसे बनाना अनिवार्य होता है, इसके बाद ही निगम में जमा राशि मकान पूर्ण होने के बाद मिलता है। वहीं रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण करने वाले 531 मकान मालिकों की राशि निगम ने वापस की है।
छत्तीसगढ़ के नगर निगम धमतरी ने 33 भवन मालिकों द्वारा जमा की गई एफडीआर की राशि को राजसात कर दिया है, क्योंकि ये सभी मकान मालिकों ने भवन तो भव्य रूप से खड़ा कर लिया है परंतु रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण अब तक नहीं किया है। ऐसे भवन मालिकों को कई बार निगम ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग के निर्माण करने को लेकर चेतावनी भी दी थी, लेकिन भवन मालिकों के द्वारा किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी गई। ऐसे में सख्ती बरतते हुए निगम ने 33 मकान मालिकों की जमा राशि चा लाख 35328 रुपये को राजसात कर लिया है। एक आंकड़े पर नजर डालें तो वर्ष 2015-16 से 2018-19 तक 150 मकान मालिकों, वर्ष 2019-20 में 64 भवन मालिकों, वर्ष 2020-21 में 47 भवन मालिकों, वर्ष 2021-22 में 32 भवन मालिकों , वर्ष 2022-23 में 30 भवन मालिकों, वर्ष 2023 24 में 27 भवन मालिकों, वर्ष 2024 25 में 32 भवन मालिकों एवं वर्ष 2025 26 में 149 भवन मालिकों को राशि वापस की गई है।
वर्ष 2019 के बाद से पांच साल बीतने के बाद भी रेनवाटर हार्वेस्टिंग की राशि की राजसात की प्रक्रिया नहीं हुई थी। जानकारी के अनुसार 1128 भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण हो चुका है। वर्ष 2011 से लेकर सितंबर 2025 तक 1161 भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण किया जा चुका है। जिसमें से निजी आवास 1146 तथा 15 शासकीय भवन शामिल है। यही नहीं निगम ने इस वर्ष 248 भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग का लक्ष्य रखा हुआ है, जिसमें से निजी और शासकीय भवन भी शामिल है। सालभर के दौरान मकान मालिकों को राशि वापस की गई है। एक आंकड़े पर नजर डालें तो वर्ष 2015-16 से 2018-19 तक 150 मकान मालिकों, वर्ष 2019-20 में 64 भवन मालिकों, वर्ष 2020-21 में 47 भवन मालिकों, वर्ष 2021-22 में 32 भवन मालिकों , वर्ष 2022-23 में 30 भवन मालिकों, वर्ष 2023 24 में 27 भवन मालिकों, वर्ष 2024 25 में 32 भवन मालिकों एवं वर्ष 2025 26 में 149 भवन मालिकों को राशि वापस की गई है। इस प्रकार से कुल 531 भवन मालिकों की राशि को रेनवाटर हार्वेस्टिंग के निर्माण पूर्ण होने के पश्चात वापस किया जा चुका है।
150 वर्ग मीटर क्षेत्रफल से वाले भवनों में जरूरी
आयुक्त प्रिया गोयल ने निगम में ज्वाइन करते ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग और जल संचयन की ओर ध्यान देना प्रारंभ कर दिया था। ऐसे भवन जो 150 वर्ग मीटर क्षेत्रफल से अधिक है, उन भवनों में उन्होंने रेनवाटर हार्वेस्टिंग निर्मित है या नहीं इसका निरीक्षण युद्व स्तर पर कराया था। निरीक्षण में संज्ञान में आया कि कई घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण ही नहीं हुआ है, जबकि भवन बनकर तैयार हो चुका है, ऐसे मकानों को चिन्हित कर निगम ने इन्हें शार्ट लिस्ट करना प्रारंभ कर दिया तथा सूचीबद्ध करते हुए इनकी राशि को राजसात करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी। आखिरकार निगम ने राशि को राजसात कर अब खुद इनके भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण करेगा। यही नहीं निगम में ऐसे भवन मालिक जिन्होंने भवन निर्माण के दौरान रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण किया है, ऐसे लोगों के जमा राशि को भी वापस कर दिया है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
