
हिसार, 27 सितंबर (Udaipur Kiran News) । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के माउंटेनियरिंग क्लब
के विद्यार्थियों का दल साहसिक बाड़ा भंगाल ट्रैक यात्रा के लिए रवाना हुआ। विद्यार्थियों
के दल को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
कुलपति ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए यात्रा के दौरान सुरक्षा, अनुशासन
और एकजुटता बनाए रखने पर बल दिया। इस चुनौतीपूर्ण अभियान में कुल 23 विद्यार्थी भाग
ले रहे हैं, जिनमें 13 लडक़े और 10 लड़कियां शामिल हैं। इस ट्रैक का नेतृत्व विश्वविद्यालय
की माउंटेनियरिंग क्लब के अध्यक्ष डॉ. मुकेश सैनी और डॉ. विक्रम घियाल कर रहे हैं।
बाड़ा भंगाल ट्रैक हिमाचल प्रदेश के सबसे सुंदर किंतु चुनौतीपूर्ण ट्रैकों
में से एक माना जाता है, जो कुल्लू और कांगड़ा की हरी-भरी घाटियों को जोड़ता है। यह
मार्ग दो उच्च हिमालयी दर्रों से होकर गुजरता है—कलिहानी पास (4725 मीटर) और थामसर पास (4700
मीटर)। कलिहानी पास से देव तिब्बा, इन्द्रासन और अन्य पीर पंजाल चोटियों का मनमोहक
दृश्य दिखाई देता है, जबकि थामसर पास बाड़ा भंगाल गांव तक पहुंचने का रास्ता देता है,
जिसे हिमाचल का ‘छिपा हुआ गांव’ भी कहा जाता है। इस ट्रैक में कठिन चढ़ाई, हिमनदी पार करना, अल्पाइन घास के
मैदान और नदी की घाटियों से गुजरना शामिल है, जो इसे धैर्य, कौशल और टीमवर्क की वास्तविक
परीक्षा बनाता है।
छात्र कल्याण निदेशक डॉ. एसके पाहुजा ने शनिवार काे दल को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे
अभियानों से छात्रों में धैर्य, सामूहिक भावना और प्रकृति से सीखने का अवसर प्राप्त
होता है। उनकी प्रेरणादायी बातों से छात्र और अधिक उत्साहित होकर अपने सफर पर निकल
पड़े। इस अवसर पर सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अतुल ढींगड़ा, सह
छात्र कल्याण निदेशक डॉ. सुशील लेगा, डॉ. सीएस डागर तथा डॉ. संजय भ्याण उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
