
भोपाल, 26 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश की राजधानी भाेपाल के बंगरसिया स्थित सीआरपीएफ कैंप में रहने वाले एक सिपाही ने गुरुवार रात फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार सुबह पत्नी ने सिपाही काे कमरे में पंखे पर फंदे के सहारे लटका देखा। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस काे काेई सुसाइड नाेट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या के कारणाें का खुलासा नहीं हाे सका है। पुलिस ने शु्क्रवार दाेपहर काे पाेस्टमार्टम के बाद शव परिजनाें काे साैंप दिया। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर आगे की पड़ताल में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार मूलत: गुणगांव हरियाणा निवासी महेश कुमार पुत्र बाबूलाल(43) सीआरपीएफ में आरक्षक(बिगुलर) थे और इन दिनों जालंधर में पदस्थ थे। इन दिनाें वाे इन दिनों वह बंगरसिया स्थित सीआरपीएफ कैम्प में अपने परिवार के पास आए हुए थे और पत्नी, बेटा व बेटी के साथ रहते थे। परिजनाें ने बताया कि गुरुवार की रात उन्होंने शराब के नशे में 12वीं में पढ़ने वाले बेटे और कक्षा सातवीं में पढ़ाई करने वाले बेटी को पढ़ाई-लिखाई को लेकर जमकर डांट लगाई। इस बात से उनकी पत्नी भी उनसे नाराज हो गई थी। पत्नी ने आपत्ति जताते हुए विरोध किया, क्योंकि अगली सुबह शुक्रवार को बच्चों को पेपर था। इसके साथ ही पत्नी ने अपनी सास को कॉल कर पति द्वारा बच्चों की पिटाई की शिकायत की थी। इस पर मां ने भी कॉल पर महेश से नाराजगी जताई थी। रात करीब साढ़े दस बजे आरक्षक महेश अपने कमरे में चले गए। तड़के सुबह उठी पत्नी ने फंदे पर उनके शव को लटका देखा। पत्नी ने शाेर मचाकर घर के लाेगाें काे जगाया। इसके बाद पुलिस काे सूचना दी। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव काे नीचे उतारकर पंचनामा बनाया और पाेस्टमार्टम के लिए भेजा। शुक्रवार की दोपहर को पाेस्टमार्टम के बाद बॉडी परिजनों को सौंप दी गई है। सुसाइड नोट नहीं मिलने से खुदकुशी के सही कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
