
शिमला, 26 सितंबर (Udaipur Kiran News) । हिमाचल प्रदेश शहरी विकास प्राधिकरण (हिमुडा) में 327 पदों को समाप्त किए जाने को लेकर भाजपा ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि सरकार ने 633 स्वीकृत पदों में से 327 पदों को एक अधिसूचना के माध्यम से खत्म कर दिया है, जो कुल पदों का 55 प्रतिशत से अधिक है।
डॉ. बिंदल ने इस फैसले को युवाओं के हितों के खिलाफ बताया और कहा कि इससे सैकड़ों संभावित भर्तियों पर असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सीनियर असिस्टेंट, क्लर्क, डिविजनल अकाउंटेंट, स्टेनो टाइपिस्ट और सर्वेयर जैसे कई पदों को पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है।
डॉ. बिंदल ने बताया कि सीनियर असिस्टेंट के 58 में से 42 पद, क्लर्क के 24 में से 24 पद, डिविजनल अकाउंटेंट के 7 में से 7 पद, स्टेनो टाइपिस्ट के 9 में से 9 पद, सर्वेयर के 8 में से 8 पद समाप्त कर दिए गए हैं।
उन्होंने सिरमौर जिले का भी उल्लेख किया, जिसे प्रदेश का पिछड़ा क्षेत्र बताते हुए कहा कि वहां से हिमुडा का एक डिवीजन बंद कर दिया गया, जबकि इसी विभाग का नया डिवीजन मंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में स्थापित किया गया है। भाजपा ने इस पर आपत्ति जताई है और मांग की है कि नए डिवीजन खोले जाएं, लेकिन पिछड़े क्षेत्रों से विभागीय कार्यालयों को न हटाया जाए।
डॉ. बिंदल ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा एक अधिसूचना में कई पद समाप्त करने से राज्य में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सीमित हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आउटसोर्स और नियमित भर्तियों की प्रक्रिया बंद कर रही है और इसकी जगह मित्र योजनाओं के माध्यम से अस्थायी नौकरियां दी जा रही हैं, जिनमें युवाओं को 4500 रुपये मासिक मानदेय दिया जा रहा है।
भाजपा ने प्रदेश सरकार से इन फैसलों पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
