Punjab

पंजाब में विधानसभा में बोले बाजवा- केंद्र से आए पैसों का हिसाब हो सार्वजनिक

– वित्त मंत्री ने कांग्रेसियों को केंद्र का एजेंट बताया तो हुआ हंगामा, बाजवा बोले- रंगला पंजाब नहीं कंगला पंजाब बनाया

चंडीगढ़, 26 सितंबर (Udaipur Kiran News) । पंजाब विधानसभा में पंजाब का पुनर्वास विषय पर हो रही बहस के दौरान कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी के विधायक आपस में भिड़ गए। नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा तथा वित्त मंत्री हरपाल चीमा के बीच जमकर बहस हुई।

सत्र में सिंचाई मंत्री बरिंदर गोयल ने बाढ़ को लेकर प्रस्ताव पेश किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषित 1600 करोड़ रुपये में से टोकन मनी तक न आने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय की निंदा की गई। इसके अलावा 20 हजार करोड़ की मदद का प्रस्ताव पेश किया। इस पर विपक्षी दल कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पूछा कि केंद्र व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 12 हजार करोड़ पंजाब सरकार के पास पड़ा हुआ है। सीएम भगवंत मान और वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि 1500 करोड़ है। सदन को बताया जाए कि प्रधानमंत्री झूठ बोल रहे या मुख्यमंत्री। इसके बारे में पंजाब को सच्चाई बताई जानी चाहिए। बाजवा ने कहा कि जिस दिन प्रधानमंत्री आए, उस दिन मुख्यमंत्री अस्पताल में लेट गए।

बाजवा ने कहा कि पूरा पंजाब डूबा दिया है। अब यह रंगला पंजाब नहीं, बल्कि कंगला पंजाब बना दिया है। बाजवा ने कहा कि बाढ़ की पूरी जांच होनी चाहिए। इससे पहले सिंचाई मंत्री इस्तीफा दें और सिंचाई विभाग के सचिव कृष्ण कुमार को सस्पेंड किया जाए। इसको लेकर सदन में हंगामा हो गया। बाजवा को जवाब देते हुए वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि कांग्रेस भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रही है, जो फंड न देने की बात कह रही है। चीमा ने पूछा कि नदी किनारे रेत के लिए जमीनें किसने खरीदी, पर्चे से क्यों डरते हो। मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि बीमार कोई भी हो सकता है। विपक्ष सीएम की बीमारी का मजाक बना रहा है। इसके उलट इन्हें पंजाब में बाढ़ की स्थिति और भविष्य में इसे रोकने को लेकर चर्चा करनी चाहिए। विवाद बढऩे पर स्पीकर ने हस्तक्षेप करके मामले को शांत किया।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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