
भागलपुर, 26 सितंबर (Udaipur Kiran News) । बीते दिनों तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय परिसर में छात्र राजद और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच हुए मारपीट को लेकर शुक्रवार को विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ रामाशीष पुर्वे ने प्रेस वार्ता कर दोनों छात्र संगठनों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह शिक्षा का मंदिर है। यहां इस तरह का उपद्रव बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है।
छात्र संगठनों की भिड़ंत से विश्वविद्यालय की गरिमा को ठेस पहुंच रही है। हम सभी से हाथ जोड़कर अनुरोध करते हैं कि सहयोग करें ताकि विश्वविद्यालय सुचारू रूप से संचालित हो सके। उन्होंने बताया कि इस विवाद पर ऑनलाइन सिंडीकेट मीटिंग भी बुलाई गई है। वहीं, प्रेस वार्ता के दौरान छात्र संगठनों को शांत कराने की पहल की गई। प्रशासन ने भागलपुर के बुद्धिजीवियों से भी अपील की है कि वे छात्र संगठनों को सही दिशा दें, ताकि विश्वविद्यालय किसी भी तरह की राजनीति और उपद्रव का अखाड़ा न बने।
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि इस विवाद के मूल कारण का पता लगाया जा रहा है और जल्द ही समाधान निकाला जाएगा। साथ ही, छात्रों को आश्वस्त किया गया है कि उनकी पढ़ाई और परीक्षा प्रभावित नहीं होगी। उल्लेखनीय है कि तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय पिछले दो दिनों से छात्र संगठनों के बीच विवाद का केंद्र बना हुआ है। एक ओर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद है तो दूसरी ओर छात्र राजद। दोनों गुटों के बीच हुए टकराव ने विश्वविद्यालय को संघर्ष का मैदान बना दिया है। बीते दो दिनों से दोनों संगठनों के छात्र आपस में भिड़ रहे हैं। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि हाथापाई और लाठी-डंडों का इस्तेमाल तक हुआ।
इस दौरान विश्वविद्यालय की संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा है। विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक, परीक्षा भवन समेत कई हिस्सों को नुकसान हुआ है और अब तक लगभग 10 लाख रुपये की क्षति का अनुमान लगाया गया है। तनावपूर्ण स्थिति के बीच पुलिस ने कार्रवाई करते हुए छात्र राजद के अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया है।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
