
कोलकाता, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) । पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार को चुनाव आयोग से राज्य में होने वाले 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले कथित रूप से लाए जा रहे हथियारों के जखीरे पर तत्काल संज्ञान लेने की मांग की।
अधिकारी ने आयोग से यह भी अनुरोध किया कि इस मामले में केवल राज्य प्रशासन या पुलिस पर निर्भर न रहकर अपने स्तर से जांच-पड़ताल करे। उन्होंने कहा, “बंगाल की जनता को निष्पक्ष, स्वतंत्र और भयमुक्त चुनाव का अधिकार है, न कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गुंडों द्वारा संचालित आतंक के राज का। अगर चुनाव आयोग इस काम के लिए बंगाल पुलिस और प्रशासन पर भरोसा कर रहा है, तो लोकतंत्र को भगवान ही बचा सकता है।”
उन्होंने अपने आरोप के समर्थन में हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो का हवाला दिया, जिसमें बीरभूम जिले के एक कथित तृणमूल कांग्रेस नेता और रेत तस्करी जैसे आपराधिक मामलों में शामिल बताए जाने वाले डोलोन शेख को खुलेआम कारतूस बांटते देखा गया। इस घटना पर 24 सितंबर को (Udaipur Kiran) ने रिपोर्ट भी प्रकाशित की थी।
अधिकारी ने आरोप लगाया कि यह एक सोची-समझी साजिश है, जिसके तहत चुनाव से पहले मतदाताओं को डराने के लिए गुंडों को हथियारबंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “बोलपुर पुलिस ने यह वायरल वीडियो देखा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। क्यों? क्योंकि ममता पुलिस तृणमूल कांग्रेस के अपराधियों के साथ मिली हुई है।”
नेता प्रतिपक्ष ने यह भी याद दिलाया कि जब ममता बनर्जी 2011 में सत्ता में आई थीं, तब उन्होंने राज्य से अवैध हथियारों को खत्म करने का वादा किया था। अधिकारी ने कहा, “आज क्या दिख रहा है? बम, बंदूक, कारतूस, कट्टा, जिलेटिन स्टिक और अन्य विस्फोटकों के अवैध निर्माण और कारोबार का नेटवर्क फल-फूल रहा है और यह सब मुख्यमंत्री के संरक्षण में हो रहा है।”
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
