
जबलपुर, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मण्डला जिले के शिक्षा विभाग में जिला स्त्रोत समन्वयक (डीपीसी) के पद पर पदस्थ अरविंद विश्वकर्मा को जबलपुर ईओडब्ल्यू ने गुरुवार को 60 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। पत्नी के हाथों रुपये का लिफाफा रिलायंस पेट्रोल पंप पर लेते ही दोनों को मौके पर ही ईओडब्ल्यू ने पकड़ कार्रवाई शुरू कर दी। इस मामले में एपीसी को भी सह आरोपित बनाया गया है।
बताया गया है कि मंडला के कैकेया ग्राम में स्थित विद्या निकेतन स्कूल के संचालक रविकांत नंदा ने अपनी स्कूल की बिल्डिंग का निर्माण कार्य करवाया था। इस कार्य को पूर्ण न होने का बहाना बनाकर, डीपीसी अरविंद विश्वकर्मा ने उनसे 1.20 लाख की रिश्वत की मांग की। स्कूल संचालक रविकांत नंदा ने पहले ही विश्वकर्मा को 5 हजार रुपये दे दिए थे, लेकिन बाकी की राशि देने के लिए वह तैयार नहीं थे। उन्होंने इस मामले की शिकायत सीधे ईओडब्ल्यू से की।
शिकायत की पुष्टि होने के बाद, ईओडब्ल्यू की टीम ने योजना बनाते हुुुए कार्रवाई को अंजाम देने आज गुरुवार को जैसे ही रविकांत नंदा 60 हजार की दूसरी किस्त लेकर तय स्थान नैनपुर के पास रिलायंस पेट्रोल पंप पहुंचे। योजना के अनुसार नंदा ने पैसों से भरा लिफाफा अरविंद विश्वकर्मा की ओर बढ़ाया, विश्वकर्मा ने चतुराई दिखाते हुए लिफाफा सीधे लेने की बजाय अपनी पत्नी को दिया और कहा कि वह इसे रख लें। जैसे ही उनकी पत्नी ने लिफाफा अपने हाथ में लिया, तभी मौके पर पहले से मौजूद ईओडब्ल्यू की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। पकड़े गए डीपीसी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
