शिमला, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) । युग मामले में तीनों आरोपितों को मौत की सजा की मांग को लेकर शिमला में वीरवार को लोग सड़कों पर उतरे। युग के स्वजनों ने आंखों पर कालीपट्टी बांध कर उच्च न्यायालय की ओर से सुनाए गए फैसले का विरोध जताया। शिमला में जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर से लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और रैली भी निकाली। विरोध-प्रदर्शन के दौरान युग के पिता विनोद गुप्ता ने कहा कि 11 वर्षों के बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिला है। उन्होंने कि तीनों आरोपितों में से जिस आरोपित की गाड़ी में युग को ले जाया गया और जिसके घर या गोदाम में रखा गया। उसे उच्च न्यायालय ने बरी कर दिया। यह कैसा न्याय है।
उन्होंने कहा कि आज तक सुना ही था कि कानून अंधा होता है, लेकिन आज देख भी लिया। इसी कारण हम आंखों में काली पट्टी लगाकर विरोध जता रहे है। सत्र न्यायालय में एक वर्ष के अंदर इस मामले में फैसला हो गया था, लेेकिन इसके बाद उच्च न्यायालय में केस फास्टट्रैक में होने के बावजूद भी 7 वर्ष तक चलता रहा। सात वर्ष बाद सिर्फ 2 को ही सजा सुनाई गई, जबकि एक आरोपी को रिहा कर दिया गया। वह आरोपी भी मामले में उतना ही संलिप्त था।
निजी तौर पर जाऊंगा सुप्रीम कोर्ट
युग के पिता विनोद गुप्ता ने कहा कि इस मामले में सरकार भी सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रही है। सरकार का पता नहीं कब तक सुप्रीम कोर्ट जाएगी, लेेकिन में निजी तौर पर सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा। अपने बेटे को न्याय देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में भी लड़ाई लड़ूूंगा। उन्होंने इस फैसले के बाद न्यायपालिक की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि आम लोगों को न्याय नहीं मिल पता है, केवल धनवान लोगों को ही न्याय मिलता है।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
