
रियासी, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज रियासी ज़िले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और फिर माहौर पहुँचकर तबाही से जूझ रहे लोगों से मुलाकात की। गुलाबगढ़ के विधायक इंजीनियर खुर्शीद अहमद और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों के साथ गहरी एकजुटता व्यक्त की और उनके राहत एवं पुनर्वास को प्राथमिकता देने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
बाढ़ पीड़ितों के एक समूह को संबोधित करते हुए उमर अब्दुल्ला ने सहानुभूति और स्पष्टवादिता के साथ बात की। उन्होंने कहा कि मेरे यहाँ आने का उद्देश्य आपका दर्द साझा करना और आपके द्वारा झेले गए जान-माल के नुकसान के लिए अपनी संवेदना व्यक्त करना है। मैं चाहता हूँ कि आप यह विश्वास करें कि इस कठिन समय में आप अकेले नहीं हैं। उन्होंने लोगों को उनके जीवन को फिर से पटरी पर लाने में मदद के लिए निरंतर सरकारी हस्तक्षेप का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि उनकी इच्छा थी कि विधायक के रूप में इंजीनियर खुर्शीद अहमद का पहला कार्यक्रम खुशी और विकास से भरा हो, नई परियोजनाओं की नींव रखना या नई सुविधाओं का उद्घाटन करना हो। उन्होंने कहा कि लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। यह कोई एहसान नहीं है कि खुर्शीद साहब और मैं यहाँ हैं, यह हमारा कर्तव्य है और पिछले साल आपने हम पर जो विश्वास जताया था, उसका बदला चुकाने का हमारा तरीका है।
इस साल जम्मू-कश्मीर के सामने आई असामान्य चुनौतियों पर विचार करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर फरवरी-अप्रैल की शुरुआत में गंभीर सूखे के खतरे से लेकर कठुआ से कुपवाड़ा तक तबाही मचाने वाली अभूतपूर्व बाढ़ तक पहुँच गया है। उन्होंने कहा कि साल की शुरुआत में बारिश का कोई नामोनिशान नहीं था और मैंने अपने सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण और पीएचई विभागों को सूखे के लिए तैयार रहने को कहा था। फिर भी जब बारिश आई तो वह इतनी ज़ोरदार थी कि मैदान और पहाड़ दोनों ही तबाह हो गए।
उन्होंने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि योजना और सड़क निर्माण की प्रक्रियाओं में खामियों ने नुकसान को और बढ़ा दिया होगा, खासकर जहाँ पहाड़ों की कटाई के कारण भूस्खलन और सड़कें ढह गईं। उन्होंने भविष्य की बुनियादी ढाँचे की योजना में बेहतर दूरदर्शिता की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए कहा कि पीडब्ल्यूडी और पीएमजीएसवाई नेटवर्क के तहत हज़ारों किलोमीटर सड़कें बस गायब हो गईं।
प्रभावित परिवारों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि व्यापक राहत उपाय और दीर्घकालिक पुनर्वास योजनाएँ क्रियान्वित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हम न केवल आपको तत्काल संकट से उबरने में मदद करेंगे बल्कि यह भी सुनिश्चित करेंगे कि आपका जीवन सम्मान और लचीलेपन के साथ नए सिरे से बसाया जाए।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
