
जम्मू, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) । प्रख्यात थियेटर निर्देशक और भारत के पूर्व सांस्कृतिक राजनयिक बलवंत ठाकुर ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) के निदेशक चित्तरंजन त्रिपाठी से भेंट की। इस मुलाकात में जम्मू-कश्मीर में थियेटर शिक्षा को सुदृढ़ बनाने और प्रशिक्षित कलाकारों के लिए नए अवसरों की पहचान को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। ठाकुर ने बताया कि नई शिक्षा नीति 2020 के लागू होने के बाद कला-आधारित शिक्षा और थियेटर-इन-एजुकेशन की मांग तेजी से बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और रचनात्मक शिक्षा में बढ़ती रुचि के साथ इस दिशा में आदर्श क्षेत्र बन सकता है। उन्होंने जोर दिया कि इसके लिए युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु ठोस ढांचा तैयार करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से जम्मू-कश्मीर के प्रतिभाशाली युवा रोजगार के अभाव में मुंबई और अन्य मनोरंजन उद्योगों की ओर रुख करने को मजबूर होते रहे हैं। लेकिन अब एनईपी 2020 के तहत देशभर के विद्यालयों और महाविद्यालयों में कला-समेकित शिक्षा को अनिवार्य किया गया है, जिससे पेशेवर थियेटर शिक्षकों की मांग बढ़ी है। एनएसडी निदेशक चित्तरंजन त्रिपाठी ने ठाकुर के सुझावों का स्वागत किया और शिक्षक-प्रशिक्षण मॉड्यूल, कार्यशालाएं और विशेष कार्यक्रम शुरू करने की आवश्यकता पर सहमति जताई। दोनों नेताओं ने इस दिशा में एक ठोस रोडमैप बनाने का निर्णय लिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
