मधुबनी, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) । जिला मुख्यालय स्थित माले नगर में गुरुवार को कामरेड दीपांकर भट्टाचार्य ने महती सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कृषि प्रधान देश में हिटलरशाही नहीं चली। अब नरेन्द्र मोदी शाही भी नहीं चलेगी। इसबार नीतीश-भाजपा की झूठ-लूट-दमन को करारा जवाब मिलना तय है।
आगामी चुनाव में नीतीश व भाजपा गठबंधन सरकार का विदाई तय है। माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि मधुबनी में लाल झंडा की ताकत शुरू से मजबूत है। वे गुरुवार को एक दिवसीय यात्रा पर मधुबनी पहुंचे। जहां उन्होंने माले नगर (लहेरियागंज) स्थित भाकपा (माले ) के जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया।
भाकपा (माले) पोलित ब्यूरो के सदस्य व अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के महासचिव धीरेन्द्र झा, अखिल भारतीय स्कीम वर्कर्स फ़ेडरेशन की महासचिव व विधान पार्षद शशि यादव तथा भाकपा (माले) केंद्रीय कमेटी सदस्य और समकालीन लोकयुद्ध के संपादक संतोष सहर भी पूरी यात्रा में उनके साथ रहे। जगह-जगह जोरदार स्वागत हुआ।
दरभंगा के शोभन चौक पर भी भाकपा(माले) के दरभंगा जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, वरिष्ठ नेता आरके साहनीबैद्यनाथ यादव, आर के साहनी, इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, केशरी कुमार यादव, दिनेश यादव, मो. खुशतार, ललन पासवान, विनोद सिंह, कोमल यादव, अमित पासवान आदि ने स्वागत किया।
मधुबनी शहर में प्रवेश करने से पहले कइटोला में भाकपा(माले) के जिला सचिव ध्रुवनारायण कर्ण, अशर्फी सदा सिंहेश्वर पासवान की अगुआई में दर्जनों महिला-पुरुष कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने फूल-मालाओं के साथ उनका स्वागत किया। निधि चौक (गंगासागर चौक) पर जुटे दर्जनों छात्र-युवा कार्यकर्ताओं बीरेंद्र पासवान, सज्जन सदाय, अरबिंद पासवान फूल-माला और लाल गमछा देकर जोरदार नारों के साथ का. दीपंकर भट्टाचार्य, शशि यादव और धीरेन्द्र झा समेत सभी नेताओं का स्वागत किया।
कन्वेंशन स्थल पर पहुंचते ही स्थानीय भाकपा (माले) नेताओं जोगनाथ मंडल, मयंक यादव, श्याम पंडित, भूषण सिंह, मदनचंद्र झा, कामेश्वर राम, विशम्भर कामत, कांति साहनी आदि ने उनका स्वागत किया।
का. दीपंकर ने ‘बदलो सरकार बदलो सरकार’ नारे के साथ आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने ‘जय भीम, लाल सलाम ‘ के नारे के साथ कन्वेंशन में आये कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया। उन्होंने डबल इंजन सरकार के खिलाफ फुट रहे गुस्से को संगठित कर बीस सालों से चल रही सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जीएसटी में दी गई छुट को इसी गुस्से से बचने का प्रयास बताया। कहा कि नीतीश सरकार ने भूमि सुधार आयोग कि सिफारिशो को लागू करने से इंकार कर दिया। गरीबों को जमीन देने कि बात आयी तो कहा कि जमीन नहीं है। लेकिन अडानी को हजारों एकड़ जमीन मिट्टी के मोल सौंप दी।
बिहार सरकार के पास 70 हजार करोड़ रूपये का हिसाब नहीं दे रही और उसके मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के मामलों का लगातार खुलासा हो रहा है। महिलाओं को 10 हजार रूपये देने की नीतीश की घोषणा को लॉलीपाप बताते हुए कहा कि यह सारा पैसा तो माइक्रो फाइनान्स कम्पनियां का कर्ज चुकाने में ही चला जायेगा। जिनकी वजह से गांव-गांव से पलायन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार आएगी तो आरक्षण की सीमा को 65 प्रतिशत किया जायेगा। अतिपिछड़ों का भी आरक्षण बढ़ेगा। इसे संविधान की नौवीं अनुसूची में दर्ज कराया जायेगा। निजी क्षेत्रों और ठेका में भी इसे लागु किया जायेगा। हर महिला को ढाई हजार रूपये प्रतिमाह देने की गारंटी करेंगे और हर परिवार को 2 लाख रूपये देंगे।
भाकपा (माले) पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा ने कहा कि मधुबनी वामपंथी आंदोलन की धरती है। यहां एसआईआर के तहत गरीबों के मताधिकार छीनने का अभियान चल रहा है। उसे हमें हर हाल में रोकना है।
विधान परिषद सदस्य शशि यादव ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने महिलाओं का बेपनाह शोषण किया है। पूरा इलाका पलायन की मार झेल रहा है। महिलाएं माइक्रो फाइनेन्स कम्पनियों के उत्पीड़न का शिकार हैं। जिसके खिलाफ यहां पिछले दिनों जबरदस्त आंदोलन यहां शुरू हुआ।
भाकपा(माले) के जिला सचिव ध्रुव नारायण कर्ण ने. दीपंकर भट्टाचार्य, शशि यादव, धीरेन्द्र झा समेत अन्य नेताओं को पाग दुपट्टा से स्वागत किया।
मंच पर मौजूद सभी नेताओं को गमछा व पाग देकर सम्मानित किया गया। कन्वेंशन में भूमि आंदोलन और कम्युनिस्ट आंदोलन के तमाम शहीदों के साथ ही पिछले दिनों दिवंगत हुए चर्चित पत्रकार संकर्षण ठाकुर और वरिष्ठ माले नेता घूरन मंडल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
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(Udaipur Kiran) / लम्बोदर झा
