
दौसा, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) । बसवा थाना क्षेत्र के बागड़ियों की बास गांव में गुरुवार सुबह जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में लाठी-डंडे और फायरिंग हो गई। इसमें देवरानी कैलाशी देवी (52) की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि उनकी जेठानी बिदाम देवी (53) गंभीर रूप से घायल हो गईं। घटना में दोनों पक्षों के नौ लोग घायल हुए हैं।
घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने महिला का शव बसवा थाने के सामने रखकर प्रदर्शन किया और अलवर–सिकंदरा मेगा हाईवे जाम कर दिया। इस दौरान लोगों ने रोडवेज बस में तोड़फोड़ का प्रयास भी किया। करीब पांच घंटे तक धरना जारी रहा। बाद में पुलिस-प्रशासन से सहमति बनने के बाद ग्रामीण माने और शव उठाया गया।
जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह कैलाशी देवी अपने खेत पर गई थीं। इसी दौरान खेत की सीमा और रास्ते को लेकर उनका रिश्तेदार पप्पूराम पक्ष से विवाद हो गया। कहासुनी बढ़ी तो पप्पूराम का बेटा राजेंद्र (37) पिस्टल ले आया और फायरिंग कर दी। कैलाशी के सीने में गोली लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बिदाम देवी के सिर में गोली लगी, जिन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर किया गया। लाठी-डंडों और कुल्हाड़ियों से हुए हमले में कैलाशी के पति गोपाल, रामदयाल, कुलदीप, शंकर, शांति देवी, कोमल देवी, खुशी और मांगीलाल घायल हुए। सभी को बसवा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद पप्पूराम पक्ष के लोग मौके से फरार हो गए। डीएसपी रवि प्रकाश ने बताया कि फायरिंग के आरोपित राजेंद्र सैनी को पुलिस ने अलवर के बड़ौदामेव से गिरफ्तार कर लिया। वह बस से मथुरा भागने की फिराक में था।
गुस्साए ग्रामीणों ने शव थाने के सामने रखकर प्रदर्शन किया और आरोपितों की गिरफ्तारी, पूर्व शिकायतों पर कार्रवाई, मृतका के बेटे को नगर पालिका में नौकरी और आर्थिक मुआवजे की मांग की। आरोपित की गिरफ्तारी के बाद दोपहर में पुलिस-प्रशासन से सहमति बनी और ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया।
इस दौरान बसवा एसडीएम रविकांत सिंह और एएसपी दिनेश अग्रवाल मौके पर मौजूद रहे। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और अन्य फरार आरोपिताें की तलाश जारी है।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
