

गुवाहाटी, 24 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य बुधवार को प्रथम महिला कुमुद देवी के साथ काहिलीपाड़ा स्थित दिवंगत गायक जुबीन गर्ग के आवास पहुंचे और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
राज्यपाल ने जुबीन के पिता मोहिनी मोहन बरठाकुर और पत्नी गरिमा गर्ग से मिलकर गहरी शोक संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि जुबीन का निधन पूरे राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है। राज्यपाल ने कहा, “वे केवल एक गायक या संगीतकार ही नहीं, बल्कि असम की जीवंत पहचान के प्रतीक और सांस्कृतिक दूत थे, जिन्होंने पीढ़ियों, भाषाओं और संस्कृतियों को जोड़ने का काम किया।”
परिवार से बातचीत के दौरान आचार्य ने जुबीन की समावेशिता और भाईचारे की भावना की सराहना की। उन्होंने कहा, “जुबीन जाति, पंथ और समुदाय की दीवारों से ऊपर उठकर जीवन जीते थे। समानता और विविधता में विश्वास उनकी संगीत और कर्म दोनों में झलकता था। वे न्याय, करुणा और सामाजिक सद्भाव के सच्चे प्रतीक थे।”
राज्यपाल ने कहा कि यद्यपि जुबीन अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज़ और उनके जीवन मूल्य आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
