


राजकीय कॉलेज में एनएसएस के 57वें स्थापना दिवस पर कार्यक्रम का आयोजनप्राचार्य डॉ. विवेक सैनी ने किया मंत्री व अन्य अतिथियों का स्वागतहिसार, 24 सितंबर (Udaipur Kiran News) । राज्य के लोक निर्माण एवं जनस्वास्थ्य मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा है कि राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और व्यक्तित्व निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह केवल सेवा का मंच नहीं है, बल्कि युवा पीढ़ी के चरित्र निर्माण, नैतिक मूल्यों की स्थापना और समाजहित के संस्कारों को विकसित करने का सशक्त माध्यम है। रणबीर गंगवा बुधवार काे यहां के गुरु गोरखनाथ जी राजकीय महाविद्यालय में एनएसएस के 57वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘भारतीय संस्कृति संगम’ में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना विद्यार्थियों के अंदर से अहंकार को समाप्त कर उनमें सेवा, सहयोग, अनुशासन और समर्पण की भावना का संचार करती है। यह संगठन युवाओं को केवल समाज सेवा ही नहीं सिखाता, बल्कि उनमें देशहित और जनहित की चेतना भी जाग्रत करता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में नशा, अपराध और असामाजिक प्रवृत्तियों की ओर युवाओं का झुकाव एक गंभीर चुनौती है, परंतु एनएसएस जैसी संस्थाएं विद्यार्थियों को सकारात्मक दिशा देने में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। एनएसएस के स्वयंसेवक स्वयं तो जागरूक बनते ही हैं, साथ ही अपने प्रयासों से समाज को भी जागरूक करने का कार्य करते हैं।मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद गंगवा ने एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों की थीम पर तैयार की गई आर्ट एंड क्राफ्ट प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने स्वयंसेवकों की कल्पनाशीलता, सृजनात्मकता और मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी भारत की अद्भुत सांस्कृतिक विविधता को एक ही छत के नीचे प्रस्तुत करने का अनुपम प्रयास है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे पूर्व प्राचार्य डॉ. रमेश आर्य ने भी एनएसएस स्वयंसेवकों के प्रयासों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विवेक सैनी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और पुष्पगुच्छ भेंट कर मुख्य अतिथि रणबीर गंगवा और विशिष्ट अतिथि डॉ. रमेश आर्य का हार्दिक स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन एवं सुव्यवस्थित आयोजन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों प्रो. कुमारी सरोज, प्रो. भावना, प्रो. राजेन्द्र प्रसाद और प्रो. सुनील कुमार ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम की शुरुआत में प्रो. कुमारी सरोज ने उपस्थित अतिथियों के समक्ष एनएसएस की स्थापना, उद्देश्य, कार्यप्रणाली और 57 वर्षों की उपलब्धियों का विस्तारपूर्वक परिचय प्रस्तुत किया।सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के मूल्यांकन के लिए निर्णायक मंडल में प्रो. नीरज, प्रो. स्वीटी, प्रो. सुमन रानी, प्रो. सीमा, प्रो. सुनीता बामल, डा. एकता, डा. राधिका, डा. कमलेश, प्रो. सीतु राना, प्रो. नेहा, प्रो. सोनू सहारण, डा. राजेश पूनिया तथा डा. अशोक श्योरान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रो. सुनील कुमार ने मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एनएसएस का यह स्थापना दिवस विद्यार्थियों में सेवा, एकता और राष्ट्रीय चेतना को सुदृढ़ करने का अवसर है।इस अवसर पर महाविद्यालय के स्टाफ सदस्य डा. अंजू चौधरी, डा. राजेन्द्र सेवदा, डा. सुरेन्द्र बाजिया, डा. स्नेहलता, डा. लखबीर सिंह, डा. बलवान सिंह, डा. मामन सिंह, डा. राजबीर सिवाच, डा. गोविल, डा. रमेश कडवासरा, डा. कुलवंत काजल, डा. उषा, डा. मालविका, डा. राजपाल सहित एनएसएस स्वयंसेवक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
