Uttar Pradesh

डॉ सुभेंदु चक्रवर्ती विश्व के शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों में शामिल होकर चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का बढ़ाया मान : डॉ टीपी सिंह

डॉ. सुभेंदु चक्रवर्ती असिस्टेंट डीन-रिसर्च, डिप्टी रजिस्ट्रार, और एसोसिएट प्रोफेसर, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश की फाइल फोटो

उन्नाव, 24 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । चंडीगढ़ विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश परिवार की तरफ़ से डॉ. सुभेंदु चक्रवर्ती को इस गौरवपूर्ण सम्मान के लिए ढेरों शुभकामनाएं। मुझे पूरा विश्वास है कि यह उच्च स्तरीय सम्मान हमारे छात्रों, फैकल्टी और शोधकर्ताओं को शैक्षणिक उपलब्धियों में और नए मानदंड स्थापित करने के लिए प्रेरित करेगा। शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नई उचाइयां छू रही चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत पहचान बनाई है। डॉ चक्रवर्ती का विश्व के शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों में शामिल होना इस बात का प्रमाण है कि हमारी यूनिवर्सिटी में रिसर्च और इनोवेशन को लेकर गंभीर प्रयास हो रहे हैं। यह बातें बुधवार चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ टीपी सिंह ने कही।

उन्हाेंने कहा कि शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नई उचाइयां छू रही देश की पहली एआई ऑर्गमेंटेड चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट डीन-रिसर्च, डिप्टी रजिस्ट्रार और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुभेंदु चक्रवर्ती का नाम प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड एल्सेवियर 2025 डेटाबेस में विश्व के टॉप दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में शामिल किया गया है। यह ग्लोबल रैंकिंग दुनिया भर के शोधकर्ताओं के साइटेशन इम्पैक्ट और रिसर्च के आधार पर तैयार की जाती है। खास बात यह है कि मैटेरियल साइंस के क्षेत्र में विश्व भर के 3,14,000 वैज्ञानिकों में से डॉ. चक्रवर्ती को 5,357वाँ स्थान मिला है। यह न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि सीयू यूपी की ग्लोबल रिसर्च पहचान का भी सबूत है।

डॉ. चक्रवर्ती ने नैनोमैटेरियल्स और सस्टेनेबल केमिस्ट्री में रिसर्च कर वैज्ञानिक समुदाय में नई दिशा दी है। उनकी रिसर्च आज वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिक चर्चाओं और नई खोजों का आधार बन रहा है और नई तकनीक व टिकाऊ विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। सीयू यूपी बना रिसर्च और इनोवेशन का हबः चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश ने अपने शुरुआत से ही इंडस्ट्री-रेडी स्किल्स, ग्लोबल एक्सपोज़र और रिसर्च पर खास ध्यान दिया है। यूनिवर्सिटी का मानना है कि केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि इनोवेशन और रिसर्च ही युवाओं को असली नेतृत्व की ओर ले जाती है।

विश्व पटल पर मिली यह पहचान न सिर्फ सीयू यूपी के लिए सम्मान है, बल्कि यह साबित करती है कि उत्तर प्रदेश में भी ग्लोबल रिसर्च का मजबूत इकोसिस्टम तैयार हो सकता है। सीयू यूपी वाकई अब ‘लोकल से ग्लोबल’ की मिसाल बन चुका है और यह उपलब्धि हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। सीयू यूपी की फैकल्टी का विश्व के शीर्ष वैज्ञानिकों में शामिल होना हमारी शैक्षणिक गुणवत्ता का प्रतीक है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी हमेशा से अकादमिक उत्कृष्टता की मिसाल रही है, और अब यह वैश्विक एक्सपोज़र सीयू यूपी में भी मिलेगा, जिससे हमारी अकादमिक यात्रा उत्तर प्रदेश में और भी प्रगति करेगी।

(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप

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