
नई दिल्ली, 24 सितंबर (Udaipur Kiran News) । दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बुधवार को मैत्रेयी कॉलेज में आयोजित स्पेशल ओलंपिक्स भारत राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग चैम्पियनशिप के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। यह खेल प्रतियोगिता स्पेशल ओलंपिक्स भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आयोजित की जा रही है। इस राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में देशभर से आए दिव्यांग प्रतिभागी अपनी प्रतिभा और खेल कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
इस अवसर पर सूद ने कहा कि इन विशेष बच्चों ने आज इस कार्यक्रम में जिस उत्साह और उमंग के साथ मार्च पास्ट किया यह वास्तव में उनका “हीरो मोमेंट” है। यह हम सबके लिए प्रेरणा है कि जिन बच्चों को समाज कभी उपेक्षित मानता था वही आज अपनी मेहनत, सीखने की लालसा और संकल्प से अंतरराष्ट्रीय खेलों के मंच पर पहचान और सम्मान पा रहे हैं और भारत का नाम रोशन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 29 पदक जीतकर यह सिद्ध किया है कि भारतीय प्रतिभा असीमित है और इस यात्रा में स्पेशल ओलंपिक भारत की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है जिसने खेलों के माध्यम से इन्क्लूज़न और कॉन्फिडेंस की नई परंपरा स्थापित की है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्पेशल ओलंपिक केवल खेल प्रतियोगिता तक सीमित नहीं है बल्कि यह रेजिलिएंस, आत्मविश्वास और स्वास्थ्य निर्माण का भी माध्यम है। खिलाड़ियों की भलाई के लिए “स्पेशल स्पाइस” और डेंटल चेकअप जैसी पहल भी सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि फिट इंडिया मूवमेंट और खेलो इंडिया मूवमेंट ने लाखों युवाओं को अवसर प्रदान किया है दिल्ली सरकार जल्द ही विशेष बच्चों की सतत कोचिंग के लिए दिल्ली में स्टेडियम और रेजिडेंशियल स्पोर्ट्स फैसिलिटी विकसित करेगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भी प्रतिभाशाली खिलाड़ी को संसाधनों की कमी से पीछे न रहना पड़े। इसी भावना को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने खेल सामग्री पर जीएसटी घटाकर 12% से 5% कर दिया है। इस कल्याणकारी कदम से खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिलेगी।
आशीष सूद ने कहा, “दिल्ली सरकार स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड गेम्स में विजेता खिलाड़ियों को अब पैरालंपिक खिलाड़ियों की तरह नहीं बल्कि अलग पहचान और सम्मान दे रही है। दिल्ली सरकार विशेष बच्चों की व्यक्तिगत स्पर्धाओं में गोल्ड विजेताओं को 15 लाख, सिल्वर विजेताओं को 12 लाख और ब्रॉन्ज विजेताओं को 8 लाख देगी। इसी प्रकार टीम इवेंट्स में गोल्ड टीम को 20 लाख, सिल्वर टीम को 15 लाख, ब्रॉन्ज टीम को 10 लाख और भागीदारी करने वाली टीम को 2 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि हमारे स्पेशल खिलाड़ी भी उचित सम्मान और प्रोत्साहन प्राप्त करें।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
