
कानपुर, 23 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । केवल संकल्प या रैली से कुछ नहीं होगा, इसके लिये हमें धरातल स्तर पर प्रयास अपने घर से ही शुरू करना होगा। इस क़ड़ी में हम सर्वप्रथम बाजार जाते समय घर से जूट या कपड़े से बने थैले का प्रयोग आरम्भ करें। धीरे -धीरे यह हमारी आदत में आ जायेगा और हम विशाल लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकेंगें। यह बातें मंगलवार को राष्ट्रीय शर्करा संस्थान की निदेशक प्रो. सीमा परोहा ने कही।
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय से प्राप्त दिशा-निर्देश के अनुपालनार्थ राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर में आठ सितम्बर से दो अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। कार्यक्रम के अंतर्गत पखवाड़े में महात्मा गांधी के स्वच्छता संबंधी मूलमंत्र स्वच्छता ही सेवा सूत्रवाक्य के तहत राष्ट्रीय शर्करा संस्थान में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन की कड़ी में जनजागरण के तहत प्लास्टिक मुक्त भारत के संकल्प के साथ संस्थान के विद्यार्थियों, कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा एक विशाल रैली निकाली गई। रैली में स्वच्छ वातावरण एवं पर्यावरण की सुरक्षा को दोहराते हुये प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करने का संकल्प लिया। इसके तहत संस्थान परिसर और आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई में सभी के द्वारा सक्रिय भागीदारी भी की गई।
स्वच्छता अभियान में डॉ. अशोक कुमार, बृजेश कुमार साहू, अशोक कुमार, अनूप कुमार कन्नौजिया, वीरेंद्र कुमार, अखिलेश कुमार पाण्डेय, लोकेश बाबर एवं सुभाष चंद्रा आदि शामिल हुए। सभी ने यह संकल्प दोहराया कि स्वच्छता को जीवनशैली का अभिन्न अंग बनाकर बापू के स्वच्छ भारत – स्वस्थ भारत के सपने को साकार करेंगे।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
