
गुरुग्राम, 23 सितंबर (Udaipur Kiran News) । बॉलीवुड फिल्म 120 बहादुर के विरोध में बीते रविवार को यहां दिल्ली-जयपुर नेशनल हाइवे-48 को जाम करने वाले अहीर रेजीमेंट मोर्चा के 14 सदस्यों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। सभी के खिलाफ नामजद एफआईआर की गई है।सब-इंस्पेक्टर रणधीर की शिकायत पर यह एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि हाइवे पर प्रदर्शनकारियों ने बिना किसी अनुमति के ही प्रदर्शन करते हुए लोगों का रास्ता रोका। यह एनएचएआई के नियमों का उल्लंघन है। क्योंकि लोग भी इस रास्ता जाम में परेशान हुए। इसलिए पुलिस ने कार्रवाई की है। जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर की गई है, उनमें बलबीर, सतीश यादव, अरुण यादव, कंवरपाल, श्योचंद, रवि यादव, धर्म, राजेंद्र यादव, ईश्वर, दलीप, रामअवतार, करनैल सिंह, अनु यादव, नारायण सिंह शामिल हैं।बता दें कि गत रविवार को खेडक़ीदौला टोल प्लाजा के पास अहीर रेजीमेंट बनाने की मांग पर दिए जा रहे धरना स्थल पर फिल्म 120 बहादुर का विरोध किया गया। रेजांगला शहीद फाउंडेशन एवं यदुवंशी समाज के आयोजक मंडल डा. टी.सी. राव के नेतृत्व में यह महापंचायत हुई। महापंचायत के बाद लोग धरनास्थल से उठकर दिल्ली-जयुपर नेशनल हाइवे-48 पर पहुंच गए और हाइवे को जाम कर दिया। सेंकड़ों की संख्या में लोग वहां पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शनकारी लोग 120 वीर अहीर के नारे लगाते रहे। जाम के कारण काफी संख्या में वाहन फंसे रहे। मौके पर पुलिस भी पहुंची हुई थी। पुलिस प्रदर्शनकारियों को हाइवे से हटाने के प्रयास करती रही, लेकिन प्रदर्शनकारी जोशिले अंदाज में अपनी मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे। हाइवे को जाम करके वाहनों के लिए समस्या पैदा करने के आरोपियों पर पुलिस ने अब एफआईआर दर्ज की है। पुलिस की ओर से 14 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर की गई है।डा. टी.सी राव का कहना है कि फिल्म निर्देशक रजनीश घई एवं निर्माता फरहान अख्तर द्वारा बनाई गई फिल्म 120 बहादुर नाम बदलकर 120 वीर अहीर किया जाना चाहिए। इसके पीछे का तर्क देते हुए डा. राव ने कहा कि 13 कुमाऊं बटालियन को भारत सरकार द्वारा वीर अहीर की उपाधि प्रदान की गई थी। वर्ष 1962 के भारत-चीन युद्ध में रेजांगला की लड़ाई में 114 अहीर सैनिक शहीद हुए, जिनकी सामूहिक वीरता का सही चित्रण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि फिल्म का शीर्षक 120 बहादुर शहीदों के शौर्य का अपमान है तथा इसे बदलकर 120 वीर अहीर किया जाए।
(Udaipur Kiran)
