
मंडी, 23 सितंबर (Udaipur Kiran News) । वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी में आयुर्वेद दिवस बड़े उत्साह और पारंपरिक गरिमा के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन वल्लभियन बॉटनी क्लब एवं ईको क्लब द्वारा उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्राचार्य संजीव कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वनस्पति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. तारा सेन के मार्गदर्शन में हुआ।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी कृष्णा और सरिता हांडा, दिल्ली विश्वविद्यालय की पीएच.डी. स्कॉलर ऋत्तिका ठाकुर तथा सुंदरनगर से सहायता समूह की माया उपस्थित रहीं। इन्होंने छात्रों के कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि इस प्रकार के आयोजन युवाओं को अपनी परंपरा और आयुर्वेदिक ज्ञान से जोड़ते हैं। कार्यक्रम के अंतर्गत अश्वगंधा जागरूकता अभियान भी चलाया गया, जिसके लिए लगभग 300 ब्रॉशर तैयार और वितरित किए गए। इसके उपरांत कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य एवं मुख्य अतिथि डॉ. संजीव कुमार के आगमन से हुआ, जिसके बाद स्वागत भाषण डॉ. नीतु पठानिया द्वारा प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर छात्रों द्वारा औषधीय पौधों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 60 प्रतिभागियों ने 60 औषधीय पौधों का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में पोडोफायलम लुप्तप्राय, इंसुलिन, स्टीविया, पुठकांडा, पाथरचट, भुई आंवला, दुधी, और हींग जैसे महत्वपूर्ण पौधे शामिल रहे। प्रदर्शनी प्रतियोगिता में दोनों क्लबों से विजेता घोषित किए गए। वल्लभियन बॉटनी क्लब प्रथम – पुष्पा, द्वितीय – सुमिक्षा, तृतीय – विशाल। ईको क्लब प्रथम अवंतिका, द्वितीय नैंसी, तृतीय इंदर रहे। इसके अतिरिक्त क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका संचालन डॉ. माधवी जोशी ने किया। क्विज़ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर सुहानी, सोनाक्षी, पुष्पा, द्वितीय स्थान पर और विशाल, किरण, भारवी तृतीय स्थान पर धारवी, आयुषी, पालवी रही।
इस अवसर पर निर्णायक मंडल में डॉ. याचना शर्मा, डॉ. अंजु बाला एवं डॉ. शिवेंद्र सम्मिलित रहे। इस मौके पर प्राचार्य डा. संजीव कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि आयुर्वेद को हमें अपनी दैनिक जीवनशैली में अपनाना चाहिए। उन्होंने यह भी साझा किया कि औषधीय पौधों की प्रदर्शनी देखकर उन्हें अपने बचपन की याद आ गई, जब वे ऐसे पौधों को एकत्र किया करते थे। उन्होंने छात्रों से कहा कि इस ज्ञान का प्रयोग वे भविष्य में भी करें।
वनस्पति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. तारा सेन ने कहा कि यह पहली बार है जब विभाग द्वारा आयुर्वेद दिवस मनाया गया है। उन्होंने कहा कि यह पहल भले देर से शुरू हुई हो, लेकिन अब इसे नियमित रूप से हर वर्ष मनाया जाएगा। साथ ही छात्रों से आग्रह किया कि वे स्थानीय औषधीय पौधों की पहचान और उनके औषधीय गुणों के बारे में अवश्य जानें।
इस अवसर पर संकाय सदस्य सीमा शर्मा, दीपाली अशोक, अंजु शर्मा, कंचन परमार, रोज़िला कपूर और अनीता शर्मा ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। इस अवसर पर वल्लभियन बॉटनी क्लब के 125 छात्रों और ईको क्लब 48 छात्रों समेत कुल185 छात्रों ने भाग लिया और इसे सफल बनाया।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
