
गुवाहाटी, 23 सितंबर (Udaipur Kiran News) । शारदीय दुर्गा पूजा के लिए कुछ ही दिन बचे हैं। इस बीच गुवाहाटी के प्रत्येक पूजा पंडालों में काम तेजी से चल रहा है।
इस बीच गुवाहाटी के पांडु-3 नंबर फरीघाट कॉलोनी का दुर्गोत्सव इस वर्ष “स्वर्ण जयंती वर्ष” (50वां वर्ष) में प्रवेश कर रहा है। इस बार का मुख्य थीम है– “प्रति माँ-र माझे प्रतिमा बिराजे” अर्थात हर मां में प्रतिमा विराजमान होती है।
पूजा समिति के कोषाध्यक्ष ने बताया कि इस दुर्गा पूजा का शुभारंभ असम के पहले मुख्यमंत्री स्वर्गीय शरत चंद्र सिंह ने किया था। इस स्मृति को लेकर आज भी समिति गर्व महसूस करती है। हर वर्ष की तरह इस बार भी पंचमी के दिन गरीब माताओं को पूजा की साड़ी देकर मातृ वंदना कर पूजा आरंभ किया जाएगा।
इस वर्ष की थीम को साकार करने का कार्य गुवाहाटी गवर्नमेंट आर्ट एंड क्राफ्ट कॉलेज के पूर्व छात्र सुमन साहा करेंगे। पूजा के संरक्षक के रूप में कल्लोल चक्रवर्ती, मुख्य सलाहकार के रूप में खगेन चंद्र कलिता, अध्यक्ष पद पर डॉ. एन डेका और कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पवन देव समिति में शामिल हैं। सचिव का कार्य दुलु दास, सौरव पाल और राहुल दे करेंगे, जबकि कोषाध्यक्ष के रूप में सुब्रत धर और मेमो दास जिम्मेदारी निभाएंगे।
नवमी के दिन कुमारी पूजा का आयोजन किया जाएगा। प्रतिदिन पूजा के बाद भक्तों में प्रसाद वितरण और संध्या में आरती होगी। सरकार के नियमों का पालन करते हुए इस वर्ष की दूर्गापूजा का आयोजन किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / देबजानी पतिकर
