न्यूयॉर्क, 22 सितंबर (Udaipur Kiran) । संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में सोमवार को रूस के लड़ाकू विमानों द्वारा एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ का मुद्दा गूंज उठा। ब्रिटेन और पोलैंड के विदेश मंत्रियों ने रूस को कड़ी चेतावनी दी कि यदि ऐसी घटनाएं दोहराई गईं तो नाटो बल हवाई क्षेत्र की रक्षा के लिए सीधे जवाब देंगे।
एस्टोनिया के विदेश मंत्री ने रूस पर आरोप लगाया कि वह “वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए वास्तविक खतरा बन चुका है।” उन्होंने कहा कि शुक्रवार को तीन हथियारबंद रूसी लड़ाकू विमानों का उनकी सीमाओं में प्रवेश उनकी संप्रभुता का स्पष्ट उल्लंघन है।
डेनमार्क के विदेश मंत्री ने भी चिंता जताई कि यूक्रेन के बाद रूस के अन्य पड़ोसी देशों को खतरा महसूस हो रहा है।
वहीं अमेरिका के नए राजदूत और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वॉल्ट्ज ने साफ कहा, “अमेरिका और उसके सहयोगी नाटो के हर इंच क्षेत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
दूसरी ओर, रूसी प्रतिनिधि ने घटना को कमतर बताते हुए यूरोपीय देशों पर हमला बोला और उन्हें “संकुचित सोच वाले रूस विरोधी” करार दिया। उन्होंने कहा कि यूरोप का रूस के प्रति “घृणा और भय अभूतपूर्व स्तर तक पहुंच चुका है।”
इस बीच, चीन ने रूस की आलोचना से परहेज किया और सभी पक्षों से “संयम बरतने” तथा “गलतफहमियों और गलत आकलनों से बचने” की अपील की।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
