मॉस्को, 22 सितंबर (Udaipur Kiran) । रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को प्रस्ताव दिया है कि दोनों देशों के बीच परमाणु हथियारों को सीमित करने वाली अंतिम संधि ‘न्यू स्टार्ट’ को एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया जाए। यह संधि 05 फरवरी 2026 को समाप्त होने वाली है।
‘न्यू स्टार्ट’ संधि के तहत दोनों देशों के लिए 1,550 तैनात परमाणु वॉरहेड की सीमा तय है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि संधि का नवीनीकरण या विकल्प नहीं हुआ तो दोनों देश इस सीमा को पार कर सकते हैं।
पुतिन ने कहा कि यह कदम वैश्विक परमाणु अप्रसार के हित में है और इससे वाशिंगटन के साथ हथियार नियंत्रण पर संवाद को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह प्रस्ताव तभी व्यवहार्य होगा, जब अमेरिका भी समान रूप से इस संधि की शर्तों का पालन करे और सामरिक संतुलन को कमजोर करने वाले कदम न उठाए।
पुतिन ने अपनी सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा, “रूस 05 फरवरी 2026 के बाद एक वर्ष तक न्यू स्टार्ट संधि की केंद्रीय सीमाओं का पालन करने को तैयार है। इसके बाद हालात की समीक्षा कर निर्णय लिया जाएगा।”
गौरतलब है कि रूस और अमेरिका के बीच यूक्रेन युद्ध के कारण गहरे मतभेद बने हुए हैं और इसी वजह से अब तक नई संधि या नवीनीकरण पर औपचारिक वार्ता शुरू नहीं हो सकी है। वहीं ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे भविष्य में चीन को भी शामिल कर नई परमाणु हथियार नियंत्रण संधि करना चाहते हैं, जिसे बीजिंग ने खारिज कर दिया है।
हथियार नियंत्रण मामलों पर काम करने वाले आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक डेरिल किम्बल ने पुतिन के इस कदम को “सकारात्मक और स्वागत योग्य” बताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि अमेरिका भी इसका जवाब देगा और दोनों नेता दुनिया के सामने मौजूद सबसे बड़े सुरक्षा खतरे को कम करने की दिशा में कदम उठाएंगे।
रूसी संसद के वरिष्ठ सदस्य कॉन्सटैन्टिन कोसाच्योव ने कहा कि पुतिन का संदेश साफ है- वे नई हथियार नियंत्रण संधि पर वार्ता शुरू करने को तैयार हैं। उन्होंने टेलीग्राम पर लिखा कि “आशा है कि अमेरिका इस संकेत को सुनेगा और सही ढंग से समझेगा”।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
