Jammu & Kashmir

जल जनित रोगों की रोकथाम और जल गुणवत्ता परीक्षण में तेज़ी लाने के लिए 15 दिनों का व्यापक अभियान हुआ संपन्न

श्रीनगर, 22 सितंबर (Udaipur Kiran News) । जम्मू-कश्मीर के बाढ़/भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में जल जनित रोगों की रोकथाम और जल गुणवत्ता परीक्षण में तेज़ी लाने के लिए 15 दिनों का व्यापक अभियान आज संपन्न हुआ।

यह अभियान केंद्र शासित प्रदेश के कई जिलों में विनाशकारी बाढ़ के बाद जल जनित रोगों के प्रकोप को रोकने के लिए 4 सितंबर 2025 को शुरू किया गया था। यह अभियान जल शक्ति विभाग के जल जीवन मिशन की जल आपूर्ति के बुनियादी ढाँचे को बहाल करने और नागरिकों को सेवा वितरण में सुधार लाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

प्रभावित क्षेत्रों में नमूनों का गहन जल गुणवत्ता परीक्षण लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी प्रभागों के जिला और उप-मंडल प्रयोगशाला कर्मचारियों के माध्यम से किया गया। मुख्य ध्यान स्रोत और उपभोक्ता दोनों स्तरों पर संदूषण (यदि कोई हो) की जाँच पर था जिसमें प्रत्येक प्रभावित गाँव में कम से कम तीन परीक्षण किए गए।

स्थानीय समुदायों और स्वास्थ्य, शिक्षा एवं ग्रामीण विकास विभाग जैसे संबंधित विभागों ने स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों और स्वास्थ्य संस्थानों में पानी के नमूनों की जाँच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में मौके पर जाँच की गई और बच्चों को इस संबंध में शिक्षित करने के लिए जागरूकता शिविर आयोजित किए गए। सामान्य वाश प्रथाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 6,486 स्कूलों और 1,940 आंगनवाड़ी केंद्रों में गतिविधियाँ आयोजित की गईं, इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में 5,945 आंगनवाड़ी केंद्रों को कवर किया गया जिनमें से 2,563 केंद्रों ने जल सुरक्षा पर गतिविधियाँ आयोजित कीं।

इस अभियान ने सुरक्षित पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने, क्षतिग्रस्त योजनाओं को बहाल करने और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जलजनित रोगों के प्रकोप को रोकने के लिए जन जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अभियान के दौरान 2,645 गाँवों में 20,493 जल गुणवत्ता परीक्षण किए गए हैं। बाढ़ व भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में 8,127 परीक्षण किए गए हैं और 2,205 जल आपूर्ति योजनाओं को बहाल किया गया है।

पहुँच को और तेज़ करने के लिए आकाशवाणी स्टेशनों सहित सभी 11 एफएम स्टेशनों पर ऑडियो स्पॉट/जिंगल प्रसारित किए गए जिससे पूरे केंद्र शासित प्रदेश में जागरूकता संदेशों के 880 दौर प्रसारित हुए।

44 उद्घोषणा वाहन लगाए गए और प्रभावित जिलों के 2,255 गाँवों में जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की गईं।

जल शक्ति विभाग का मिशन निदेशालय, जेजेएम, जन स्वास्थ्य की सुरक्षा और चल रही तथा भविष्य की पहलों के तहत हर घर को निर्बाध सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने की इस गति को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

(Udaipur Kiran) / राधा पंडिता

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