Madhya Pradesh

फार्मास्यूटिकल उद्योग केवल दवाओं के उत्पादन का क्षेत्र नहीं है, बल्कि यह समाज की सेवा का सबसे बड़ा माध्यम है : इंद्र सिंह

राष्‍ट्रीय फार्माविजन-2025

इंदौर, 22 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मध्यप्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और आयुष मंत्री इंद्र सिंह परमार ने कहा कि फार्मास्यूटिकल उद्योग केवल दवाओं के उत्पादन का क्षेत्र नहीं है, बल्कि यह समाज की सेवा और मानवता के कल्याण का सबसे बड़ा माध्यम है।

उच्च शिक्षा और आयुष मंत्री इंदौर का ऑक्सफोर्ड इंटरनेशनल कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन “फार्माविज़न-2025” में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि “भारतीय फार्मासिस्ट: विकास के लिए नवाचार और प्रभाव, विकसित भारत@2047” विषय पर आधारित यह आयोजन एक शैक्षणिक कार्यक्रम के साथ ही भविष्य की संभावनाओं, नवाचारों और छात्रों की ऊर्जा का ऐसा संगम बन गया है, जिसने सभी को प्रेरित किया। इस सम्मेलन में देशभर से आए 800 से अधिक फार्मेसी छात्र, शिक्षाविद् और उद्योग विशेषज्ञ शामिल हुए। नेपाल से भी प्रतिनिधियों की मौजूदगी ने इसे अंतरराष्ट्रीय रंग दे दिया। दो दिनों तक कॉलेज परिसर एक जीवंत प्रयोगशाला में बदल गया था, जहाँ विज्ञान, नवाचार और संस्कृति का अनोखा मेल देखने को मिला।

उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आयुष मंत्री परमार ने युवाओं से आग्रह किया कि वे नवाचार और समर्पण को अपना मूल मंत्र बनाकर देश को विकसित भारत के लक्ष्य तक पहुँचाने में सहयोग दें। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. वीरेंद्र सोलंकी ने कहा कि आने वाले वर्षों में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में युवाओं की भूमिका निर्णायक होगी और छात्र अपने विचारों और प्रयोगों से इस क्षेत्र को नई दिशा देंगे।

फार्मा रिटेल चेन के सीईओ अर्जुन देशपांडे मुख्य वक्ता के रूप में अपनी उद्यमशीलता की यात्रा साझा करते हुए बताया कि कैसे वे नवाचार और साहस के बल पर स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक अलग पहचान बना सके। उनके विचारों ने छात्रों को यह विश्वास दिलाया कि यदि जुनून और लगन हो तो किसी भी सपने को साकार किया जा सकता है। समापन अवसर पर इंदौर के महापौर अधिवक्ता पुष्यमित्र भार्गव और एबीवीपी के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री देवदत्त जोशी ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया और उनके प्रयासों की सराहना की।

सम्मेलन के आयोजन में ऑक्सफोर्ड इंटरनेशनल कॉलेज (फार्मेसी) की प्राचार्य डॉ. प्रिया जैन का विशेष योगदान रहा। कॉलेज के अध्यक्ष अधिवक्ता अक्षांशु तिवारी ने संरक्षक के रूप में पूरे आयोजन को सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान किया। राष्ट्रीय संयोजक अनिकेत शेलके और राज्य संयोजक सुश्री कमाक्षा गौड़ के नेतृत्व में कई आकर्षक गतिविधियों का आयोजन हुआ, जिनमें पोस्टर प्रस्तुतियाँ, मॉडल प्रदर्शन, फार्माप्रेन्योर चैलेंज और फार्मा क्विज़ प्रमुख रहे। इन गतिविधियों ने छात्रों की रचनात्मकता और बौद्धिक क्षमता को सामने लाने का मंच प्रदान किया।

इस दो दिवसीय आयोजन में चेतस सुखड़िया, डॉ. अक्षय तिवारी, संदीप वैष्णव,योगेश रघुवंशी, डॉ. पुनीत द्विवेदी, डॉ. नेहा शर्मा चौधरी, शांतनु तिवारी, डॉ. सौरभ पारिख, डॉ. कृष्णकांत धाकड़, दर्शन कहार और पीयूष सोनी जैसे कई विशेषज्ञों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया।

—————

(Udaipur Kiran) / डॉ. मयंक चतुर्वेदी

Most Popular

To Top