

मुंबई, 22 सितंबर (Udaipur Kiran News) ।चूँकि मेट्रो लाइन 4 और मेट्रो लाइन 4A, वडाला को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल से जोड़ने वाली मेट्रो लाइन 11 से जुड़ जाएँगी, इसलिए देश की यह 58 किलोमीटर लंबी, सबसे बड़ी मेट्रो लाइन, ठाणेवासियों और मुंबईवासियों के लिए उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आश्वासन दिया कि अगले साल के अंत तक इस मेट्रो के सभी चरण यात्रियों के लिए खुल जाएँगे।मेट्रो रूट 4 (वडाला-कासरवडावली) और 4ए (कासरवडावली-गामुख) चरण-1 गामुख जंक्शन गामुख गांव-घोड़बंदर रोड-कासरवडावली-विजय गार्डन प्राथमिकता खंड के तकनीकी निरीक्षण और ट्रायल रन का उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री और मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) के अध्यक्ष एकनाथ शिंदे, राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक, सांसद नरेश म्हस्के, विधायक निरंजन डावखरे, पूर्व विधायक रवींद्र फाटक, मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) महानगर आयुक्त डॉ. संजय मुखर्जी, उपमुख्यमंत्री कार्यालय के प्रधान सचिव नवीन सोना, कोंकण संभागीय आयुक्त डॉ. विजय सूर्यवंशी, ठाणे जिला कलेक्टर श्रीकृष्ण पांचाल और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मेट्रो रूट 4 और 4ए के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि घाटकोपर-मुलुंड-गायमुख मेट्रो रूट की कुल लंबाई 35 किलोमीटर है, जिसमें मेट्रो 4 की लंबाई 32 किलोमीटर और मेट्रो 4ए की लंबाई 2.88 किलोमीटर है। इस रूट पर कुल 32 स्टेशन हैं और इस परियोजना की लागत 16,हजार करोड़ रुपये आने का अनुमान है। सभी मेट्रो, मेट्रो 4, मेट्रो 4ए, मेट्रो 10 और मेट्रो 11 के लिए डिपो बनाने के लिए भोगरपाड़ा में 45 हेक्टेयर जमीन उपलब्ध कराई गई है। इस मेट्रो रूट की खास बात यह है कि यह पूर्वी उपनगरों, पश्चिमी उपनगरों, मुंबई शहर और ठाणे शहर के सभी इलाकों को जोड़ने वाला रूट होगा। बाद में इस रूट को वडाला से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस को जोड़ने वाले मेट्रो 11 तक बढ़ाया जाएगा इस मेट्रो से सड़क यातायात में काफी कमी आएगी। मुख्यमंत्री फडणवीस ने आश्वासन दिया कि अगले साल के अंत तक इस मेट्रो के सभी चरण यात्रियों के लिए चरणबद्ध तरीके से खोल दिए जाएँगे।
उपमुख्यमंत्री और मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) के अध्यक्ष एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस मेट्रो कार्य की अनुमति मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में दी गई थी और आज यह विशेष खुशी की बात है कि यह परियोजना उनके कार्यकाल में पूरी हो रही है। 58 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड मेट्रो परियोजना भारत की पहली परियोजना है। यह परियोजना से ठाणे की यातायात की भीड़भाड़ की समस्या को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।इस प्रक्रिया में, यह देखने के लिए समीक्षा की गई कि क्या सभी तकनीकी प्रणालियाँ मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार हैं। इस खंड का बुनियादी ढांचा, अर्थात् वायडक्ट, ट्रैक और ओवरहेड उपकरण (ओएचई), पूरा हो चुका है। निरीक्षण और प्रारंभिक परीक्षण के दौरान, भार गणना और सॉफ्टवेयर कॉन्फ़िगरेशन के लिए आवश्यक जानकारी एकत्र की गई और सुरक्षित परिवहन के लिए आवश्यक सभी प्रणालियों, जैसे मेट्रो ट्रेन आदि का परीक्षण और एकीकरण किया गया।
मेट्रो रूट 2A और 7 पर चलने वाले BEML के 6-कोच ट्रेन सेट में आधुनिक ट्रेन नियंत्रण और प्रबंधन प्रणाली, यात्री आपातकालीन संचार प्रणाली, स्वचालित अग्नि संसूचन प्रणाली, बाधा संसूचन उपकरण, आपातकालीन निकास द्वार, ऑन-बोर्ड जनसंबोधन और सूचना प्रणाली, ऊर्जा बचत पुनर्योजी ब्रेकिंग प्रणाली (लगभग 30% बचत) जैसी सुविधाएँ होंगी।इस प्राथमिकता वाले खंड पर तकनीकी निरीक्षण और परीक्षण शुरू करके, एमएमआरडीए ठाणेकर और मुंबईकरों के लिए मेट्रो रूट 4 और 4A को चालू करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
