जलपाईगुड़ी, 22 सितंबर (Udaipur Kiran News) । तेंदुए के लगातार हमलों के बाद गांव में दो पिंजरे लगाए गए थे। अभी तक एक भी तेंदुआ पकड़ा नहीं गया है, जिससे ग्रामीण दहशत में हैं। गांव के लोग शाम होते ही घरों में नजरबंद हो जाते है। दिन में स्थानीय लोग पटाखे फोड़कर बाहर निकलते है। वन विभाग की तरफ से गांव में लगातार गश्त किए जा रहे है। इसके अलावे ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील भी कर रहे है। उक्त गांव का नाम पायलकाधुरा है, जो जिले के क्रांति ब्लॉक के राजाडांगा ग्राम पंचायत के चाय बागान और बैकुंठपुर जंगल संलग्न इलाके में स्थित है। पिछले कई महीनों से गांव में एक के बाद एक तेंदुए के हमले हुए है, जिसमें कई लोग घायल हो गए है। कई मवेशियों की भी मौत हो गई है।प्रपात जानकारी के अनुसार, बुधवार और गुरुवार को गांव के चाय बागान में तेंदुए के हमले में दो लोग घायल हो गए थे। तेंदुए के हमले के बाद वन विभाग ने गांव में दो पिंजरे लगाए थे। एक चाय बागान में और दूसरा बागान के बगल वाले गांव में लगाए गए थे। हालांकि, अभी तक उन पिंजरों में कोई तेंदुआ नहीं फंसा है। इस दौरान भी तेंदुआ कई बार नजर आया है, जिससे ग्रामीणों में दहशत कई गुना बढ़ गई है। इधर, तेंदुए के हमले के बाद बागान अधिकारियों ने चाय बागान के एक सेक्शन में काम रोक दिया। हालांकि, श्रमिकों के लिए लंबे समय तक काम रोकना संभव नहीं था। इसलिए, श्रमिक पटाखे फोड़कर काम पर जाने को मजबूर है।
राजा डांगा ग्राम पंचायत के उपप्रधान मिंटू रॉय ने सोमवार को बताया कि, इस गांव में लंबे समय से हाथियों का आतंक था। इससे पहले तेंदुए का ऐसा उत्पात कभी नहीं देखा गया था। वन विभाग ने भी ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा है। वन विभाग लगातार इलाके की निगरानी और गश्त कर रहे है।
वन विभाग के अपलचंद रेंज के रेंज अधिकारी नवंकुर घोष ने कहा, ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा गया है। शाम के बाद किसी को भी ज़रूरी न हो तो घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। तेंदुए को पकड़ने का हर संभव प्रयास किए जा रहे है।
(Udaipur Kiran) / सचिन कुमार
