

अलवर, 22 सितंबर (Udaipur Kiran News) । नवरात्रों की शुरुआत के साथ ही अलवर जिले में श्रद्धा और भक्ति का माहौल देखने को मिल रहा है। बाला किला के पास स्थित ऐतिहासिक करणी माता मंदिर में सोमवार से नवरात्र विशेष मेले की शुरुआत हो गई। सुबह की पहली किरण के साथ ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
इस बार मेले की विशेषता यह है कि परंपरागत नौ दिनों के बजाय पूरे दस दिनों तक आयोजन चलेगा। राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार सहित देशभर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। नवरात्र की शुरुआत के अवसर पर राजस्थान के वन मंत्री संजय शर्मा बाइक से करणी माता मंदिर पहुंचे। उन्होंने पूजा-अर्चना कर देशवासियों की खुशहाली और समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि नवरात्र जैसे पावन अवसरों पर माता करणी के दरबार में श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं और यहां आकर अद्भुत आस्था व ऊर्जा का अनुभव करते हैं।
मंदिर के महंत उमेश शर्मा ने बताया कि करणी माता मंदिर की स्थापना अलवर के राजा बख्तावर के समय में हुई थी। तब से यह मंदिर अलवर और आसपास के क्षेत्रों में आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। मान्यता है कि करणी माता हर उस भक्त की प्रार्थना सुनती हैं, जो सच्चे मन से उनके दरबार में आता है। मंदिर प्रबंधन और प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा के साथ-साथ साफ-सफाई और पार्किंग की बेहतर व्यवस्था की गई है। मेले के दौरान धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।
करणी माता के नवरात्रों में जाने के लिए इस बार अलवर जिला प्रशासन की और से दुपहिया वाहन पर जाने की अनुमति हैं। चौपहिया वाहनों पर रोक लगाई गई हैं क्योंकि बरसात के दिनों में रास्ते की सड़क धंस गई थी सुरक्षा की दृष्टि से इस बार वाहनों पर रोक लगाई गई हैं लेकिन श्रद्धांलुओं की सुविधा को देखते हुए दुपहिया वाहन पर हेमेट लगाकर जाने की हैं अनुमति। साथ ही प्रशासन ने अपील की हैं श्रद्धांलू जंगल में नहीं जाए क्योंकि यहाँ टाइगर का मूमेंट हैं। अभी कुछ दिन पहले बाघीन अपने शावकों के साथ देखी गई हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / मनीष कुमार
