Madhya Pradesh

बुधवार को 12 घंटे का दिन और होगी 12 घंटे की रात

बुधवार को 12 घंटे का दिन और होगी 12 घंटे की रात

उज्जैन, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । बुधवार, 23 सितंबर को दिन और रात 12-12 घंटे के होंगे। सूर्य दक्षिणी गोलाद्र्ध में प्रवेश करेगा। उत्तरी गोलाद्र्ध में दिन धीरे-धीरे छोटे होंगे और रात बड़ी होने लगेगी। यह क्रम 22 दिसंबर तक जारी रहेगा। 22 दिसंबर को दिन सबसे छोटा और रात सबसे बड़ी हो जाएगी।

मध्य प्रदेश की जीवाजी वेधशाला,उज्जैन के प्रभारी डॉ. राजेन्द्र प्रकाश गुप्त ने रविवार को बताया कि पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर परिक्रमण के कारण सूर्य हमको कर्क रेखा से मकर रेखा के बीच गति करता हुआ दिखाई देता है तथा वर्ष में दो बार विषुवत रेखा पर लंबवत रहता है। 23 सितंबर को सूर्य विषुवत रेखा पर लंबवत होगा। इसे ’’ शरद सम्पात’’ कहते हैं। सूर्य को विषुवत् रेखा पर लंबवत होने के कारण दिन और रात की अवधि बराबर अर्थात 12-12 घण्टे की होती है। 23 सितंबर को सूर्य दक्षिणी गोलाद्र्ध एवं सायन तुला राशि में प्रवेश करेगा। 23 सितंबर को सूर्य की क्रान्ति 0 अंश 12 कला दक्षिण होगी तथा सूर्य की स्थिति सायन तुला राशि में 0 अंश 29 कला 47 विकला पर होगी। सूर्य के दक्षिणी गोलाद्र्ध में प्रवेश के कारण अब उत्तरी गोलाद्र्ध में दिन धीरे-धीरे छोटे होने लगेंगे तथा रात बड़ी होने लगेंगी। यह क्रम 22 दिसंबर तक जारी रहेगा। 22 दिसंबर को भारत सहित उत्तरी गोलाद्र्ध में दिन सबसे छोटा तथा रात सबसे बड़ी होगी। 24 सितंबर से सूर्य के दक्षिणी गोलाद्र्ध में प्रवेश के कारण सूर्य की किरणों की तीव्रता धीरे-धीरे उत्तरी गोलाद्र्ध में कम होने लगेगी। जिससे शरद ऋतु का प्रारंभ होता है।

शासकीय जीवाजी वेधशाला में 23 सितंबर की घटना को शंकु यंत्र तथा नाड़ीवलय यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकता है। 23 सितंबर को शंकु की छाया पूरे दिन सीधी रेखा (विषुवत रेखा) पर गमन करती हुई दिखाई देगी। 23 सितंबर के पूर्व नाड़ीवलय यन्त्र के उत्तरी गोल भाग (22 मार्च से 22 सितंबर तक) पर धूप थी। 23 सितंबर को उत्तरी तथा दक्षिणी किसी गोल भाग पर धूप नहीं होगी तथा 24 सितंबर से अगले 6 माह (20 मार्च तक) नाड़ीवलय यंत्र के दक्षिणी गोल भाग पर धूप रहेगी। इस प्रकार सूर्य के गोलाद्र्ध परिवर्तन को हम नाड़ीवलय यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष रूप से देख सकते हैं। वेधशाला में इस खगोलीय घटना को हम धूप होने पर पूरे दिन देख सकते हैं।

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(Udaipur Kiran) / ललित ज्‍वेल

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