RAJASTHAN

प्रधानमंत्री  मोदी के जन्मदिन से शुरू हुआ दलित उत्थान अभियान

एक दर्जन से अधिक गांव के प्रतिनिधि एवं समाज नेता जुटे
एक दर्जन से अधिक गांव के प्रतिनिधि एवं समाज नेता जुटे

जयपुर, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । राजस्थान में आजादी के 77 साल बाद भी करीब पांच हजार गांव और ढाणियां ऐसी हैं, जहां अब तक स्थायी पट्टे उपलब्ध नहीं कराए गए और लोग विकास की मुख्यधारा से वंचित हैं। इसी मुद्दे को लेकर भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी ने सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत सर्वे कर इन गांवों को सरकार से जोड़ने का बीड़ा उठाया है।

सोसाइटी के अध्यक्ष अनीष कुमार नाडार ने बताया कि दलित, घुमंतु और अर्ध-घुमंतु समाज वर्षों से उपेक्षित रहे हैं। राजनीतिक दलों ने उनके वोट तो लिए, लेकिन विकास की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलित समाज को मुख्यधारा से जोड़ने का संकल्प लिया है और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार इस दिशा में कार्य कर रही है। इसी कड़ी में जय जसपुरा गांव में रविवार को आसपास के 12 गांवों और ढाणियों के प्रतिनिधि एकत्र हुए और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन तैयार कर डाक से भेजा गया। सोमवार को यह ज्ञापन सीधे मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा।

इस अवसर पर सरपंच हनुमान सहाय जाट ने कहा कि तीन बार उन्होंने गरीब नागरिकों को पट्टे दिलाने की कोशिश की, लेकिन जयपुर विकास प्राधिकरण की उदासीनता के कारण प्रयास सफल नहीं हो पाए। अब सरकार की नई पहल से उम्मीद है कि गरीब परिवारों को स्थायी आवास और विकास योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। स्थानीय वार्ड पंच कालूराम स्वामी ने भी इस अभियान में सहयोग का आश्वासन दिया।

कार्यक्रम में क्षेत्रीय समाजसेवक और सोसाइटी के वरिष्ठ पदाधिकारी रामस्वरूप जाट का सम्मान किया गया। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब आजादी के बाद इतने बड़े स्तर पर अंतिम छोर पर खड़े नागरिकों को प्रशासन से जोड़ने का प्रयास हो रहा है।

कार्यक्रम में रोड़ी देवी, मांगू देवी, अमित गुजराती, हनुमान नायक, प्रभात, हरिनारायण, कुलदीप, ईश्वर कुमार पालीवाल, मुकेश जायसवाल सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता और नेता उपस्थित रहे।

—————

(Udaipur Kiran)

Most Popular

To Top