
उमरिया, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । जिला स्तरीय शान्ति समिति की बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा लिये गये निर्णय एवं कार्यालय कलेक्टर जिला शहरी विकास अभिकरण द्वारा दिये गये निर्देशानुसार नगर पालिका परिषद उमरिया क्षेत्रांतर्गत समस्त अंडा, मांस, मछली, मटन विक्रेता 22 सितंबर नवदुर्गा स्थापना से लेकर विसर्जन 2 अक्टूबर तक अंडा, मांस, मछली, मटन का विक्रय नही होगा इसके साथ ही प्रतिष्ठानों को उक्त अवधि तक बंद रखा जाएगा।
इस मामले में विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व जिला मंत्री एवं वर्तमान प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने बताया कि मैं पूर्ण रूप से सनातनी हूँ, और यह प्रस्ताव बिल्कुल स्वागत योग्य है और जिले के कलेक्टर महोदय के माध्यम से इस पर अमल भी करवाना चाहिए, क्योंकि जो नव दिवसीय त्यौहार है इसमें साधना और आराधना होती है भक्तिमय वातावरण बना रहता है इस बीच यत्र – तत्र मांस मछली की दुकान लगी रहती हैं जो की पीड़ादायक होती है, त्योहार और उपवास के समय में जहां ऐसी स्थिति देखने को मिलती है वहां मन व्यथित हो जाता है, एक घृणा का भाव मन में उभरता है और मन दुखी होता है जिस तरह शांति समिति की बैठक में जो यह प्रस्ताव दिया गया है स्वागत योग्य है और मैं चाहूंगा जिले के कलेक्टर साहब से कि एक निरीक्षण दल तैयार कर समय-समय पर उसे निरीक्षण करवावें और दुकानों को बंद करवायें साथ ही मैं भी दुकानदारों से आग्रह करूंगा कि 9 दिन अपना मन बड़ा कर दुकानों को बंद रखें, समाज को एक अच्छा संदेश दें और अपना सहयोग प्रदान करें।
वहीं इस विषय पर जिले के कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि आगामी दुर्गा पूजा और दशहरे को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई थी जिसमें जिले के गणमान्य लोग उपस्थित रहे और उनके द्वारा यह सुझाव दिया गया कि जिले में नवरात्रि के दौरान अंडे मांस मछली के विक्रय पर प्रतिबंध लगाया जाए, उनके सुझाव को प्रस्ताव में लिया गया है और उस पर परीक्षण कार्यवाही की जाएगी, वही जब जिले के कलेक्टर से पूछा गया यदि दुकान खुली पाई गई तो उसे पर क्या कार्यवाही की जाएगी तब उन्होंने कहा की सुझाव आया है परीक्षण किया जाएगा, वही जब पूछा गया कि क्या निरीक्षण दल गठित किया जाएगा तब उन्होंने झल्लाते हुए कहा कि आप तो सुन ही नहीं रहे हैं सुझाव आया है परीक्षण कार्यवाही की जाएगी।
वहीं इस मामले मे थोक अंडा व्यापारी अनिल कुमार ने विरोध जताते हुये कहा कि हमारे धंधे पर प्रभाव तो बहुत पड़ेगा और मेरे को अंडे का काम करते हुए 38 वर्ष हो गए आज तक कभी प्रतिबंध नहीं लगा, मांस वगैरह में होता था मगर इस बार पहली बार ऐसा हो रहा है और हमारे साथ कई लोगों का परिवार जुड़ा हुआ है जो हमारे यहां काम करते हैं अब 9 – 10 दिन दुकान बंद रहेगी तो उनका परिवार कैसे चलेगा, वह लोग भी परेशान हैं और हम भी परेशान हैं कि हमारे पास जो माल पड़ा हुआ है वह सब खराब होगा, जिला प्रशासन की तरफ से हम लोगों से किसी प्रकार की सहमति नहीं ली गई है और ना ही अभी तक कोई यह कहने आया कि आप लोग अपनी दुकान बंद रखिएगा, इतना ही नहीं कोई भी यह पूछने वाला नहीं है कि आपके पास कितना माल रखा हुआ है कितना खराब होगा क्या करेंगे क्या नहीं करेंगे कोई पूछने वाला नहीं है, 38 वर्ष में पहली बार ऐसा हो रहा है जबकि शराब की दुकानों को भी बंद करवाना चाहिए मगर शासन शराब की दुकान बंद नहीं करवाएगा क्योंकि वहां से उनको पैसा मिलता है।
—————
(Udaipur Kiran) / सुरेन्द्र त्रिपाठी
