Bihar

विश्व शांति दिवस को लेकर चर्चा गोष्ठी आयोजित

संबोधित करते उदय

भागलपुर, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । विश्व शांति दिवस के अवसर पर रविवार को पीस सेंटर परिधि द्वारा एक चर्चा गोष्ठी का आयोजन किया गया। पीस सेंटर परिधि ने यह आयोजन गोराडीह प्रखंड के छोटी जमीन में युवाओं के बीच आयोजित किया। विश्व शांति पर चर्चा करते हुए संस्कृति कर्मी उदय ने कहा कि दुनियां में आज कहीं भी कुछ हलचल होती है तो उसका प्रभाव हर देश पर पड़ता है।

वा jlविश्व व्यापार संगठन (डब्लू टी ओ) पर हस्ताक्षर के बाद दुनियां एक गांव बन गया है। ग्लोबल विलेज की अवधारणा अब केवल व्यापार तक सीमित नहीं है। इसका सांस्कृतिक, वैचारिक, राजनीतिक और आर्थिक बहुआयामी विस्तार हुआ है। समता शांति का अनिवार्य आधार है। समता, सम्मान और गरिमा का भी द्योतक है। युद्ध, हिंसा और नफरत को हमेशा नकारात्मक ही माना गया है। मानव सभ्यता प्रेम, करुणा और उद्यात भावनाओं से ही आगे बढ़ी है। लेकिन आज ताल ठोकने और गुर्राने को भी पॉजिटिव बनाने का दर्शन चल रहा है। सच्चाई यह है कि युद्ध का अंतिम परिणाम शांति और समझौता ही है, लोग इस परिणाम को जीत और हार की शक्ल में दिखाने की कोशिश करते हैं।

मौके पर संचालन करते हुए पीस सेंटर परिधि के संयोजक राहुल ने कहा कि युद्ध का आधार भी विषमता ही है। किसी को अपने बराबरी का न मानने से ही युद्ध की भावना आती है। ये हालात समाज में भी होता है किसी समुदाय, जाति, नस्ल, लिंग, वर्ग या व्यक्ति को समान न स्वीकार करना तनाव को जन्म देता है। यह तनाव कभी-कभी हिंसा और संघर्ष को जन्म देता है। समता और सम्मान के बिना शांति की कल्पना नामुमकिन है और शांति के बिना विकास असंभव है।

—————

(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर

Most Popular

To Top